tag:blogger.com,1999:blog-2317402208490749429.post542815974425944848..comments2023-09-03T14:39:48.650+05:30Comments on ब्लॉगर "रचना " का ब्लॉग " बिना लाग लपेट के जो कहा जाए वही सच है ": चलिये बताये क्या आप जानते थे ये बात .रचनाhttp://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-2317402208490749429.post-32142983630948056252012-05-23T12:43:02.117+05:302012-05-23T12:43:02.117+05:30राजन
ऐसा नहीं हैं की ये बाते हमारे यहाँ नहीं मानी ...राजन<br />ऐसा नहीं हैं की ये बाते हमारे यहाँ नहीं मानी जाती हैं जैसे सगाई होते ही तुरंत सूचना भेज दी जाती हैं की इस डेट की शादी हैं आना जरुर , रिसर्वेशन करा ले . जो नहीं जा सकते हैं वो सूचित भी कर देते नहीं आ सकते हैं . इत्यादि<br />पर बाहर ये एक परम्परा की तरह माना जाता हैं और मना करने के बाद निमन्त्रण पत्र नहीं भेजा जाता हैरचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2317402208490749429.post-11552801246277217402012-05-23T10:52:03.585+05:302012-05-23T10:52:03.585+05:30रचना जी नमस्ते :)
ये तो पता नहीं था.ले...रचना जी नमस्ते :)<br /> ये तो पता नहीं था.लेकिन ये हैं बडा अजीब कि जिसे आमंत्रित किया जाना हैं उससे पहले पूछा जाए कि क्या आप आ सकते है.ऐसे ही पश्चिमी देशों में जब मेहमान बनकर जाते हैं तब भी पहले ही पूछ लिया जाता हैं.हालाँकि ये अब हमारे यहाँ भी शुरू हो गया हैं.राजनhttps://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.com