tag:blogger.com,1999:blog-2317402208490749429.post6105924910698896686..comments2023-09-03T14:39:48.650+05:30Comments on ब्लॉगर "रचना " का ब्लॉग " बिना लाग लपेट के जो कहा जाए वही सच है ": क्या आप दूसरे के घर कि सफाई करते हैं ??रचनाhttp://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-2317402208490749429.post-62912525186860479532011-03-30T14:53:55.282+05:302011-03-30T14:53:55.282+05:30गहरे रंग के बैकग्राऊंड के कारण पढने में आँखों को अ...गहरे रंग के बैकग्राऊंड के कारण पढने में आँखों को असुविधा हो रही है। अगर कुछ बदलाव कर दें तो आभार होगा।<br /><br />प्रणामअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2317402208490749429.post-69072121345971427252010-11-27T02:05:28.511+05:302010-11-27T02:05:28.511+05:30यह लेख़ एक बेहतरीन लेख़ है. सभी को चाहिए इस बात को...यह लेख़ एक बेहतरीन लेख़ है. सभी को चाहिए इस बात को समझें.S.M.Masoomhttps://www.blogger.com/profile/00229817373609457341noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2317402208490749429.post-11613487343098432192010-11-23T12:02:17.768+05:302010-11-23T12:02:17.768+05:30बेहतर हैं कि आप बताये कि दूसरे धर्म कि कौन सी बात ...बेहतर हैं कि आप बताये कि दूसरे धर्म कि कौन सी बात आप को अच्छी लगती हैं । <br /><br />पुर्ण सहमत हूँ।<br /><br /><br />प्रणामअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2317402208490749429.post-65112535027025629382010-11-23T09:16:38.632+05:302010-11-23T09:16:38.632+05:30राजन
आप पाकिस्तान को क्या कहते हैं और क्यूँ , उसी ...राजन<br />आप पाकिस्तान को क्या कहते हैं और क्यूँ , उसी तरह जिस देश मे हिन्दू धर्म मे आस्था रखने वाले सबसे ज्यादा हैं उसको हिन्दू राष्ट्र कहने मे उज्र क्यूँ होता हैं । अपनी संस्कृति और अपनी सभ्यता से जुड़ना हैं तो उसको समझना भी जरुरी हैं और उसमे जो खामियां लगती हैं क्युकिन समय बदल गया और पुराणी बाते रुढ़िवादी होगई हैं उनको बदलना आवश्यक हैंरचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2317402208490749429.post-24517956555485710332010-11-23T08:22:37.741+05:302010-11-23T08:22:37.741+05:30रचना जी आपकी पोस्ट में जो संदेश दे रही है उससे मैं...रचना जी आपकी पोस्ट में जो संदेश दे रही है उससे मैं सहमत हूँ।लेकिन ये हिन्दू राष्ट्र ? ऐसा कैसे ?राजनhttps://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2317402208490749429.post-36430545785180379432010-11-22T16:36:36.769+05:302010-11-22T16:36:36.769+05:30आपसे सहमती.. पहले अपना घर ठीक करो फिर मोहल्ले को ...आपसे सहमती.. पहले अपना घर ठीक करो फिर मोहल्ले को सुधारने की बात करो...रंजन (Ranjan)https://www.blogger.com/profile/04299961494103397424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2317402208490749429.post-1618798198799204472010-11-22T14:12:16.464+05:302010-11-22T14:12:16.464+05:30इन दिनों धर्म विषयक आलेखों पर कमेंट्स की एक नई विध...इन दिनों धर्म विषयक आलेखों पर कमेंट्स की एक नई विधा सामने आई है जो इस प्रकार है-<br />1. जो मेरे धार्मिक विचारों से सहमत नहीं वह बेवकूफ है<br />2. जो मेरे धार्मिक विचारों से सहमत है वह नालायक है<br />3. जो मेरे धार्मिक विचारों के प्रति तटस्थ है वह धूर्त है<br />ऐसे वातावरण में धार्मिक विषयों पर टिप्पणी करने से बचना बेहतर समझता हूँ.<br />आपके द्वारा व्यक्त विचारों से सहमति है.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2317402208490749429.post-77681449102434961562010-11-21T14:59:55.078+05:302010-11-21T14:59:55.078+05:30इसे कहते हैं भैंस के आगे बीन बजाना रचना जी।
ये लो...इसे कहते हैं भैंस के आगे बीन बजाना रचना जी।<br /><br />ये लोग नहीं सुधरने वाले, आप भी कहाँ इनके झमेले में पड़ गयी हैं।विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2317402208490749429.post-60562885661801065032010-11-21T13:21:42.304+05:302010-11-21T13:21:42.304+05:30मेरे जैसे कई लोगों की मानसिकता विकृत करने का कार्य...मेरे जैसे कई लोगों की मानसिकता विकृत करने का कार्य कर सकते हैं, जो आगे चल कर व्यर्थ के तनाव का कारण बन सकते <br /><br />jiskae paas itni samjh haen wo kabhie galat nahin likh saktaa aap apni baat rakhey jahaan bhi apnae dharm kaa apmnaan daekhae kyuki hamari aastha hi hamari shakti haenरचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2317402208490749429.post-69832156390099242062010-11-21T11:41:34.794+05:302010-11-21T11:41:34.794+05:30@रचना जी,
आपकी बातें पूरी तरह से सही है, तथा आपने...@रचना जी,<br /><br />आपकी बातें पूरी तरह से सही है, तथा आपने एक धर्म निरपेक्ष पोस्ट लिखी है, आपकी पहली पोस्ट भी ठीक वैसी ही थी, पर जैसा कि आपने और हम सभी ने देखा कि कुछ लोगो ने वहां भी दूसरे धर्म की बुराई प्रारंभ कर दी. एक पागल ने तो यह भी कह दिया कि श्री राम जी मांस तथा मदिरा का सेवन करते थे तथा हिन्दी धर्म का कोई आधार ही नहीं है.<br /><br />मै एक युवा हूँ जब एक युवा होकर भी मै हिंदुस्तान पर हुए कई हमलों में (कारगिल, संसद भवन, तथा ताज होटल) मुस्लिम हाथ होने से इनकार कर के असामाजिक तत्वों को इसके लिए दोषी ठहरता हूँ, जब में किसी भी धर्म के खिलाफ बोलने से बचता हूँ तो मै अपने धर्म के प्रति सुन कैसे सकता हूँ |<br /><br />तो फिर यह तो बिल्कुल भी बर्दास्त नहीं कर सकता कि कोई हमारे आदर्श श्री राम के प्रति कुछ कहे, वो भी ये सब ये असामाजिक तत्त्व तब बोल रहा है जब कि यह लेख किसी भी धर्म की तरफ इशारा कर रहा है | <br /><br />तो आपसे एक विनती है कि आप इस तरह के लेख ही ना लिखें, क्यूंकि इस पर आये हुए कमेन्ट मेरी और मेरे जैसे कई लोगों की मानसिकता विकृत करने का कार्य कर सकते हैं, जो आगे चल कर व्यर्थ के तनाव का कारण बन सकते हैं, और कोई भी सामाजिक व्यक्ति यह नहीं चाहेगा कि इस देश मै दुबारा बाबरी मस्जिद जैसी दुर्घटना हो.Dr. Yogendra Palhttps://www.blogger.com/profile/15028175080069734310noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2317402208490749429.post-59331213668175893182010-11-21T11:01:25.132+05:302010-11-21T11:01:25.132+05:30सुरेश जी ने बिल्कुल सही कहा है...सुरेश जी ने बिल्कुल सही कहा है...भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2317402208490749429.post-63346068912278192252010-11-21T10:39:21.156+05:302010-11-21T10:39:21.156+05:30सत्य वचन…
असल में सामाजिक कुरीतियाँ हर धर्म में म...सत्य वचन… <br />असल में सामाजिक कुरीतियाँ हर धर्म में मौजूद हैं… दिक्कत तब शुरु होती है जब किसी दूसरे धर्म का व्यक्ति किसी तीसरे धर्म की कुरीतियों पर लेक्चर झाड़ने लगता है… या मेरी "ही" किताब श्रेष्ठ, मेरा "ही" पैगम्बर श्रेष्ठ जैसी बातें करने लगता है…। फ़लाँ किताब पढ़ो, फ़लाँ ने अलाँ धर्म स्वीकार कर लिया जैसी गर्वोक्ति करने लगते हैं… तब "दूसरी" तरफ़ "जवाबी" कार्रवाईयाँ भी होना लाजिमी है… <br /><br />विषय से हटकर एक बात और :- हिन्दुओं की कुरीतियों, हिन्दू धर्मगुरुओं पर, मन्दिरों की सम्पत्ति, जाति-प्रथा, दहेज इत्यादि पर ढेर सारे हिन्दू ब्लॉगरों ने ही अपनी तीखी आलोचनात्मक कलम चलाई हैं, आगे भी चलाते रहेंगे…। <br /><br />मुझे पाँच-दस (सिर्फ़ 5 ही) ऐसे मुस्लिम ब्लॉगरों के नाम बताईये, जिन्होंने इस्लाम की कुरीतियों पर अपनी जोरदार कलम चलाई हो, कठमुल्लाओं से लोहा लिया हो, ऊटपटांग फ़तवों की जमकर खिलाफ़त की हो…, कुरान-आयत-हदीस की विकृतियों की अच्छी तरह से खबर ली हो…।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.com