tag:blogger.com,1999:blog-2317402208490749429.post6681079367975140736..comments2023-09-03T14:39:48.650+05:30Comments on ब्लॉगर "रचना " का ब्लॉग " बिना लाग लपेट के जो कहा जाए वही सच है ": अन्ना का अनशन ना तोडने का फैसला गलत हैं क्युकी हमे अन्ना की जरुरत हैंरचनाhttp://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-2317402208490749429.post-86957026526641789302011-08-25T08:24:13.288+05:302011-08-25T08:24:13.288+05:30रचना जी केवल आप ही नही जो भी इस प्रयास का समर्थन क...रचना जी केवल आप ही नही जो भी इस प्रयास का समर्थन कर रहा है उसके सामने ये एक तरह का नैतिक प्रश्न खडा हो गया है कि वो क्या करे..कल से मैं खुद ये ही सोच रहा हूँ यदि अन्ना अनशन तोड देते है तो ये भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी लड़ाई के लिए एक बहुत बड़ा झटका होगा जिसका असर भविष्य में भी देखने मिलेगा और यदि वे अनशन नहीं तोडते है तो ये शरीर उनका कब तक साथ देगा.जनता भले ही उनके साथ इसलिए जुड़ी क्योंकि वह व्यवस्था से परेशान है और इसके पीछे उसका खुद का स्वार्थ है लेकिन आखिर है तो सब इंसान ही न! सभी सरकार की तरह निष्ठुर तो नहीं हो सकते.आखिर में सब एक जैसे ही निकले विपक्ष का साथ मिलते ही सरकार ने आँखे दिखानी शुरु कर दी?अब उसे क्या फर्क पडता है कोई मरे या जिएँ.ये सरकार न हमारी तकलीफों को देख पिघलती है न गुस्से को और न भावनाओं को.कहने को सबसे बडे लोकतंत्र में रहते है हम लेकिन ये सरकार किसी तानाशाह से कम नहीं है.आईबी ने पहले से सरकार को चेता दिया था कि जल्दी कुछ करिए लोगों में गुस्सा बढ रहा है और यदि अन्ना के साथ कुछ अशुभ हुआ तो युवाओं को सम्भालना बहुत मुश्किल होगा लेकिन सरकार तो जैसे चाहती ही ये ही है ताकि मूल प्रश्न कहीं पीछे छूट जाएँ और लॉ एण्ड ऑर्डर का बहाना बनाकर दोष हम पर ही डाल दिया जाएँ.यदि किसी और लोकतांत्रिक देश के जन प्रतिनिधि होते तो ऐसी स्थिति में उनके हाथ पैर फूल जाते जवाब देना मुश्किल हो जाता जनता के पैरों में लोट गए होते लेकिन ये लोग तो हर बात अपनी ही उपर रख रहे है.प्रवण मुखर्जी कहता है कि करते रहो जो कर रहे हो हमें परवाह नहीं यानि जनता की भावनाओं की उसे कोई कद्र ही नहीं है.अब चाहे सफाई दी जा रही हो पर ये जनता के लिए कितने फिक्रमंद है ये तो जाहिर हो ही गया.एक वो भोंदूराम अभी तक सामने ही नहीं आया है कम से कम जनता को झूठी ही सही तसल्ली तो दे.<br />अब तो अन्ना को ड्रिप के जरिये ग्लूकोस चढवा लेनी चाहिये.जब तक स्वास्थय साथ दे अनशन जारी रखना चाहिये और जनता को जगह जगह विरोध प्रदर्शन और तेज कर देने चाहिये और जैसा टीम अन्ना कहे उसे माना जाए.राजनhttps://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2317402208490749429.post-5719615347483464552011-08-25T01:08:09.217+05:302011-08-25T01:08:09.217+05:30aapka kathan sahi hai parantu ab unt kis karvat ba...aapka kathan sahi hai parantu ab unt kis karvat baithega, koi nahin jaanta <br /><br />asamanjas ki sthiti bani hui haiनारी शक्ति - शाश्वत शक्तिhttps://www.blogger.com/profile/02842654528944362313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2317402208490749429.post-65837303719177958342011-08-24T22:14:01.631+05:302011-08-24T22:14:01.631+05:30लीजिये रचना जी सरकार ने तो कह दिया की अन्ना का अनश...लीजिये रचना जी सरकार ने तो कह दिया की अन्ना का अनशन हम लोगो का सरदर्द उसका नहीं |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2317402208490749429.post-48254727415059270322011-08-24T19:33:41.126+05:302011-08-24T19:33:41.126+05:30अभी नहीं,
देखो तो सही कि इन कमीने नेताओं में कितन...अभी नहीं, <br />देखो तो सही कि इन कमीने नेताओं में कितना कमीनापन बाकि है, <br />अन्ना जैसे सिपाही बहुत कुछ झेल सकते है।SANDEEP PANWARhttps://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.com