नव वर्ष आने को हैं
कुछ कहेंगे ये हिन्दू नव वर्ष नहीं हैं
कुछ कहेंगे ये अंग्रेजो की देन हैं
यानी साल कितने भी आये जाए
मानसिकता नहीं बदलती
तो कुछ नहीं बदलता
कुछ कहेंगे ये हिन्दू नव वर्ष नहीं हैं
कुछ कहेंगे ये अंग्रेजो की देन हैं
यानी साल कितने भी आये जाए
मानसिकता नहीं बदलती
तो कुछ नहीं बदलता
बचपन से साल के कैलेंडर को
बदलते देखा हैं
समय फिर भी शायद नहीं बदला हैं
हाँ समय भी बदल जाए पर
हम खुद ना बदले तो समझिए
जीवन सार्थक हैं
बदलते देखा हैं
समय फिर भी शायद नहीं बदला हैं
हाँ समय भी बदल जाए पर
हम खुद ना बदले तो समझिए
जीवन सार्थक हैं
अब देखिये कितना विरोधाभास हैं
हमारी अपनी सोच मे
कभी कहते हैं मानसकिता बदलो
कभी कहते हैं खुद को मत बदलो
हमारी अपनी सोच मे
कभी कहते हैं मानसकिता बदलो
कभी कहते हैं खुद को मत बदलो
आने वाले साल में
हर किसी का जीवन भय मुक्त हो
हर किसी को वो सब मिल जाए
जिसकी उसको कामना हो
बस इसी कामना के साथ
हर किसी का जीवन भय मुक्त हो
हर किसी को वो सब मिल जाए
जिसकी उसको कामना हो
बस इसी कामना के साथ
हैप्पी नई ईयर २०१६
वेलकम
वेलकम