सूचना इस पते पर भेजे
चूहा chuha@mns.com
ये जब तक थे मुंबई को कुतर रहे थे आज जब कमांडो और सेना की कार्यवाही पूरी होगई हैं ये लाशो मे महाराष्ट्र और उत्तर भारतीयों की लाशो को अलग अलग कर रहे होंगे ।
आप भी किसी ऐसे को जानते हो जो लापता हो जाता हैं जब आग लगती हैं देश मे और शांत होते ही ख़ुद आग लगाता हैं तो ब्लॉग पर उसका चित्र डाले ताकि हम अपने बीच से उनको निकाल सके । डर छोडे
ab to log jag jaye aur aanewale chunav mein inko vote nahi dege,aasha hai.
ReplyDeleteबहुत जबर्दस्त पोस्ट लिखी है रचना जी।बधाई।
ReplyDeleteमुम्बई की आतंकी घटना के आड मे राज ठाकरे पर आक्र्मण नही जचता है। दोनो विष्यो को जोडना गलत है।
ReplyDeleteशाबाश, वाह वाह, क्या खूब लिखा है, लिखते रहिये, साधुवाद
ReplyDeleteहम तीन दिनों तक एक दूसरे की टांग खींचने से कैसे बचते रहे, ये तो हमारे स्वभाव के एकदम विपरीत है. मैं तो सोच रहा कि वाकई हम सुधर गये? अच्छा किया आपने मेरी गलतफहमी दूर कर दी
मुझे अभी अभी सूचना मिली है वे ऐक बिल मैं देखे गये हैं
ReplyDeleteजिहाद के नाम पर ये फैलाता है जूनून
ReplyDeleteमासूमों का खून बहाकर पाक को सुकून
आप भी, अपना आक्रोश व्यक्त करे
http://wehatepakistan.blogspot.com/
एक कायर, गरीब मजदूरों और टेक्सी ड्राइवरों को पीट कर अपनी सियासत चमकाने वाले चूहे से और उम्मीद ही क्या की जा सकती थी।
ReplyDeleteऔर कुछ नहीं तो कम से कम मराठी शहीदों को श्रद्धान्जली देने, उनकी अर्थी को कांधा देने तो बाहर निकलते।
धिक्कार है कुछ नही तो पॉलिटिक्स के लिए निकल लिए होते पर डर लगता है न शांत हो जाएगा तब ये जलाएंगे
ReplyDeleteऔर इनके साथ वो शेर भी तो गायब हैं जिन्होंने दशहरे के दिन बड़ी बड़ी बातें की थीं
Rachna ji ,main bhi yahi janNa chahti hun..72 ghnatey ho gaye ab to...kahan gaye''wo log''??
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