इस सरकार से लोगो की इतनी उम्मीद अच्छी लगती हैं। ५ साल के अल्प समय मे कितना सही कर पाएगी ये सरकार पता नहीं पर उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिये। दिल्ली यूनिवर्सिटी ने बहुत कुछ देखा हैं , जे पी की मीटिंग देखी हैं , बिना भाषण दिये अनेक लोगो की मौरिस नगर चौराहे पर गिरफ्तारी देखी हैं। है। हर FIR में किसी मनोहर लाल का नाम गवाह में देखा हैं।
अपने शिक्षको को गिरफ्तार कर के ले जाते छात्र { जो पुलिस अफसर बनगए थे } उनको देखा हैं , अपने शिक्षको को गिरफ्तारी के बाद रिज पर जाकर पैर छू कर चुपचाप बस से उतारते देखा हैं। सो एक मंदिर पर सेमिनार से दिल्ली यूनिवर्सिटी का हाजमा क्या बिगड़ेगा।
मंदिर पर इतनी बात होती हैं क्यो क्या एक मंदिर के स्थापित हो जाने से असंतुलन बढ़ जाएगा ? ३० साल का अनुमानित समय हैं जब तक मंदिर का निर्माण कार्य हो कर मंदिर अपने भव्य रूप में आ सकेगा सो ३० साल तक ये सरकार ही रहेगी क्या इसकी गारंटी आप दे रहे हैं।
जिस समय अक्षरधाम बना था दिल्ली में कोई आवाज नहीं उठी थी जबकि एन्वॉयरमेंटलिस्ट इसकै पुरजोर विरोध में थे यहां तक की वहाँ डी डी ऐ के फ्लैट भी नहीं बनने चाहिये।
अपने शिक्षको को गिरफ्तार कर के ले जाते छात्र { जो पुलिस अफसर बनगए थे } उनको देखा हैं , अपने शिक्षको को गिरफ्तारी के बाद रिज पर जाकर पैर छू कर चुपचाप बस से उतारते देखा हैं। सो एक मंदिर पर सेमिनार से दिल्ली यूनिवर्सिटी का हाजमा क्या बिगड़ेगा।
मंदिर पर इतनी बात होती हैं क्यो क्या एक मंदिर के स्थापित हो जाने से असंतुलन बढ़ जाएगा ? ३० साल का अनुमानित समय हैं जब तक मंदिर का निर्माण कार्य हो कर मंदिर अपने भव्य रूप में आ सकेगा सो ३० साल तक ये सरकार ही रहेगी क्या इसकी गारंटी आप दे रहे हैं।
जिस समय अक्षरधाम बना था दिल्ली में कोई आवाज नहीं उठी थी जबकि एन्वॉयरमेंटलिस्ट इसकै पुरजोर विरोध में थे यहां तक की वहाँ डी डी ऐ के फ्लैट भी नहीं बनने चाहिये।
इस देश में ही ८०० एम्प्लोयी एक एयरलाइन्स ने एक दिन मे हटा दिये तो दूसरी ने ८ महीने तक सैलरी नहीं दी और कंपनी बंद कर दी। लखनऊ के दिग्गज बिज़नेस मैन जेल मे हैं कर्मचारियों से १ लाख रुपया माँगा गया उनकी बेल के लिये कई आत्म हत्या कर चुके हैं
mcd मे जो हैं उनमे से कितने farzi कागजो से भर्ती हुए हैं इसकी जानकारी भी जरुरी हैं। परिवार सबके हैं जरूरते सबकी हैं पर कौन कहाँ कैसे पहुंचा हैं सरकारी नौकरी पाने के लिये ये एक खुली किताब हैं जिसका पठन रामायण के पठन से ज्यादा जरुरी हैं मैं मानती हूँ पर मंदिर उनके लिये जरुरी हैं जो आस्था रखते हैं की कभी तो ईश्वर उनकी ईमानदारी देख के उनको भी जीने का मकसद देगा
Vijender Masijeevi kae status sae upja status
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