किताबे तो पहले भी बहुत सी छपती थी
विमोचन लोकार्पण इतने कभी नहीं देखे
विमोचन लोकार्पण के रैलो में
पुस्तक मेले में
मुझे पुस्तक प्रेम नहीं
केवल और केवल आत्म मुग्धता ही दिखी
बड़ा साहित्यकार दिखने की होड़ मे
अच्छा साहित्य पढ़ने की इच्छा
कहीं दफ़न सी ही दिखी
तुमने मेरी खरीदी
तो मैं तुम्हारी खरीदूं
तुमने मेरी पढ़ी
तो मैं तुम्हारी पढूं
यही दिखता था सब जगह
विमोचन लोकार्पण इतने कभी नहीं देखे
विमोचन लोकार्पण के रैलो में
पुस्तक मेले में
मुझे पुस्तक प्रेम नहीं
केवल और केवल आत्म मुग्धता ही दिखी
बड़ा साहित्यकार दिखने की होड़ मे
अच्छा साहित्य पढ़ने की इच्छा
कहीं दफ़न सी ही दिखी
तुमने मेरी खरीदी
तो मैं तुम्हारी खरीदूं
तुमने मेरी पढ़ी
तो मैं तुम्हारी पढूं
यही दिखता था सब जगह
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