धमकी देना गैर क़ानूनी हैं । कोई भी वकील , पुलिसवाला या सरकारी अफसर अगर किसी को अपने ओहदे कि वजह से धमकी देता हैं तो वो भी गैर क़ानूनी ही होता हैं ।
निरंतर ब्लॉग पर क़ानूनी कार्यवाही करने कि धमकी दे दी जाती हैं क्या ये सही हैं . अगर आप के पास सन साधन हैं तो जरुर कार्यवाही करे पर धमकी ना दे क्युकी वो भी तो गेर क़ानूनी ही हैं आज एक लिंक मिला आप भी देखे
और इसको भी देखे
वैसे पढ़ा था offence is the best defence सो धमकियों से डरना नहीं चाहिये इनके खिलाफ क़ानूनी कार्यवाही हो सकती
ना पसंद के चटके ब्लॉग वाणी पर यानी धमकी देना पसंद
सच बोलना जितना मुश्किल है , सच को स्वीकारना उस से भी ज्यादा मुश्किल है . लेकिन सच ही शाश्वत है और रहेगा मुझे अपने सच पर उतना ही अभिमान है जितना किसी को अपने झूठ से होने वाले फायदे पर होता हैं
मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं
मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं
May 29, 2010
May 21, 2010
बी एस पाबला की जिज्ञासा शांत करने का प्रयास
किन्तु आज दोपहर जाकिर अली जी की एक सूचनात्मक ई-मेल के पश्चात संवाद सम्मान 2009 - (श्रेणी-ब्लॉग संरक्षक) देखा तो वहाँ असहमति का स्वर लिए एक ब्लॉगर साथी की टिप्पणी दिखी जिसमें तकनीक की दृष्टि से इस पुरुस्कार के अधिकारी केवल और केवल ब्लॉगवाणी को बताया गया तो लगा कि अब यह बता ही दिया जाए ब्लॉगवाणी कितना सक्षम है ब्लॉग संरक्षण में! हालांकि यह पुरस्कार श्रंखला, ब्लोगरों के लिए है ना कि किसी वेबसाईट के लिए :-)
ओह
इस लिंक पर जब सारथी जो ब्लॉग नहीं वेब साईट हैं के साईट मालिक को संवाद सम्मान दिया गया तब पहला कमेन्ट किसका हैं देख ले , शायद जो स्माइली आप लगा रहे हैं वो खुद बा खुद मिटाने कि सोचे ।
कानून साक्ष्य पर चलता हैं और हर वो वकील पटखनी खा जाता हैं जो अपने को ज्यादा और विपक्ष के वकील को कम आंकता हैं ।
इस पोस्ट कि हेअडिंग
संरक्षक कौन होता हैं और क्या क्या करता हैं इस पर स्वस्थ बहस करवा ले हिंदी के जानकारों से क्युकी मे आंगल भाषा मे पढ़ी लिखी हूँ और मेरे तर्क मान्य नहीं होगे ।
मेरे तर्क से
ब्लॉग संरक्षक वही हो सकता हैं जिस कि सरपरस्ती मे ब्लोगिंग करने मे सुविधा हो किसी ग्रुप या एक ब्लॉगर या एक भाषा को नहीं वरन सबको को हो जो ब्लोगवाणी बहुतायत के साथ कर रहा हैं
किसी एक ब्लॉगर को अगर ब्लोगवाणी से असहमति हैं तो इसका अर्थ ये नहीं हैं कि मैथिली और सिरिल का प्रयास ही बेकार हैं ।
और अगर उनका प्रयास ही बेकार हैं तो फिर उनकी साईट से जुडने कि कामना क्यों हैं , क्युकी पाठक सबसे ज्यादा वही से आते हैं । उनके बनाये हॉट , पसंद , नापसंद , ज्यादा पढ़े गए , ज्यादा टिप्पणी प्राप्त के कोड से ब्लॉगर क्यों अपने लिखे को आकलित करता हैं ??
कभी कभी वास्तविक सामाजिक हित मे लगे लोगो को थैंक्स कहने का भी प्रयास हो तो कितना अच्छा हो ।
चलते चलते
कही पढ़ा था सब वेबसाइट के पास इतनी तकनीकी क्षमता होती हैं कि वो अगर चाहे तो किसी भी सर्वर , आ ई पी एड्रेस या ईमेल को ब्लाक कर सकती हैं व्यक्तिगत या कोमर्शियल या तकनीक या किसी मतभेद कि वजह से :-)
दिस्क्लैमेर
ब्लोगवाणी की टीम का इस पोस्ट से कोई लेना देना नहीं हैं
ओह
इस लिंक पर जब सारथी जो ब्लॉग नहीं वेब साईट हैं के साईट मालिक को संवाद सम्मान दिया गया तब पहला कमेन्ट किसका हैं देख ले , शायद जो स्माइली आप लगा रहे हैं वो खुद बा खुद मिटाने कि सोचे ।
कानून साक्ष्य पर चलता हैं और हर वो वकील पटखनी खा जाता हैं जो अपने को ज्यादा और विपक्ष के वकील को कम आंकता हैं ।
इस पोस्ट कि हेअडिंग
रचना सिंह की जिज्ञासा शांत करने का प्रयास
कि तर्ज पर हैं आशा हैं ये किसी क़ानूनी दायरे मे नहीं आयेगी केवल मेरी जवाबी कार्यवाही समझी जाएगीसंरक्षक कौन होता हैं और क्या क्या करता हैं इस पर स्वस्थ बहस करवा ले हिंदी के जानकारों से क्युकी मे आंगल भाषा मे पढ़ी लिखी हूँ और मेरे तर्क मान्य नहीं होगे ।
मेरे तर्क से
ब्लॉग संरक्षक वही हो सकता हैं जिस कि सरपरस्ती मे ब्लोगिंग करने मे सुविधा हो किसी ग्रुप या एक ब्लॉगर या एक भाषा को नहीं वरन सबको को हो जो ब्लोगवाणी बहुतायत के साथ कर रहा हैं
किसी एक ब्लॉगर को अगर ब्लोगवाणी से असहमति हैं तो इसका अर्थ ये नहीं हैं कि मैथिली और सिरिल का प्रयास ही बेकार हैं ।
और अगर उनका प्रयास ही बेकार हैं तो फिर उनकी साईट से जुडने कि कामना क्यों हैं , क्युकी पाठक सबसे ज्यादा वही से आते हैं । उनके बनाये हॉट , पसंद , नापसंद , ज्यादा पढ़े गए , ज्यादा टिप्पणी प्राप्त के कोड से ब्लॉगर क्यों अपने लिखे को आकलित करता हैं ??
कभी कभी वास्तविक सामाजिक हित मे लगे लोगो को थैंक्स कहने का भी प्रयास हो तो कितना अच्छा हो ।
चलते चलते
कही पढ़ा था सब वेबसाइट के पास इतनी तकनीकी क्षमता होती हैं कि वो अगर चाहे तो किसी भी सर्वर , आ ई पी एड्रेस या ईमेल को ब्लाक कर सकती हैं व्यक्तिगत या कोमर्शियल या तकनीक या किसी मतभेद कि वजह से :-)
दिस्क्लैमेर
ब्लोगवाणी की टीम का इस पोस्ट से कोई लेना देना नहीं हैं
May 17, 2010
मकसद
ब्लॉग पोस्ट कि हेअडिंग मे अपना नाम देने का क्या मकसद होता हैं ??
May 13, 2010
ब्लॉग पंचायत
क्यों ब्लॉग को समाज कि चौपाल बनाया जा रहा हैं जहाँ एक सरपंच चाहिये और चार पञ्च जो लोगो को बता सके कौन यहाँ रहने लायक हैं और किस को निकाल दिया जायेगा । क्या सामजिक मुद्दों की कमी हैं की ये सब चल रहा हैं ।
May 12, 2010
आकलन नहीं
किसी कि क्षमता का आकलन कौन कर सकता हैं । विषय गत क्षमता का । मेरे ख्याल से किसी का आकलन करने के लिये कम से कम उस विषय मे कोई डिग्री जरुर होनी ही चाहिये । आप पसंद ना पसंद कर सकते हैं पर आकलन नहीं ।
May 03, 2010
कसाब को शाही मेहमान कि तरह हम पालते पोस्ते रहेगे
कसाब दोषी करार
फैसला कल
क्या फांसी दी जायेगी ??
शायद हाँ ??
कोर्ट फांसी कि सजा दे भी दे तब भी कसाब को फांसी शायद ही हो क्यूँ ??
भारत के पास कोई भी हेंग मेन / जल्लाद हैं ही नहीं आज कि तारीख मे
यानी कसाब को शाही मेहमान कि तरह हम पालते पोस्ते रहेगे
वाह क्या न्याय हैं
करिये कल तक इंतज़ार देखिये क्या कोर्ट कहता हैं
फैसला कल
क्या फांसी दी जायेगी ??
शायद हाँ ??
कोर्ट फांसी कि सजा दे भी दे तब भी कसाब को फांसी शायद ही हो क्यूँ ??
भारत के पास कोई भी हेंग मेन / जल्लाद हैं ही नहीं आज कि तारीख मे
यानी कसाब को शाही मेहमान कि तरह हम पालते पोस्ते रहेगे
वाह क्या न्याय हैं
करिये कल तक इंतज़ार देखिये क्या कोर्ट कहता हैं
May 01, 2010
आया मजा
अगर आप ब्लोगिंग का सही मजा लेना चाहते हैं तो अपने ब्लॉग पर मोदेरेशन सक्षम रखे और कोई भी ऐसा काउंटर ना लगाए जो ये बताये कि कौन कहा से आया । जितने भी अनाम कमेन्ट आये उनको मन हो तो पब्लिश करे मन हो तो डिलीट करे ।
फिर देखिये कैसे लोग भाग भाग कर दुबारा तिबारा और कही कहीं तो ३० बार कमेन्ट करते हैं
आया मजा
जो देता हैं बार बार आप के ऊपर उसको कितनी चिंता होती हैं अपना गंद दुबारा आकर देखने कि ये बात आप के ब्लॉग पर आये उसके रिपीट कमेन्ट बतायेगे
फिर देखिये कैसे लोग भाग भाग कर दुबारा तिबारा और कही कहीं तो ३० बार कमेन्ट करते हैं
आया मजा
जो देता हैं बार बार आप के ऊपर उसको कितनी चिंता होती हैं अपना गंद दुबारा आकर देखने कि ये बात आप के ब्लॉग पर आये उसके रिपीट कमेन्ट बतायेगे
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