कितनी अजीब बात हैं पहले लोग परेशान रहते थे की मै हमेशा अंट शंट लिखती हूँ , हिंदी मे गलती करती हूँ , नकारात्मक लिखती हूँ , हिंदी ब्लॉग के सो काल्ड परिवार के खिलाफ लिखती हूँ . अब जब मै ने अपने ब्लॉग को निमंत्रित लोगो के लिये करदिया यानी पाठक को अधिकार दे दिया की वो चाहे तो ही मुझे पढ़े तो भी लोग परेशान हैं , उन्हे ये अलोकतांत्रिक लग रहा हैं .
चलिये ख़ुशी की बात ये हैं की मुझे ट्रेंड सेटर मान ही रहे हैं,
आप बस लिखा करो जी .. कुछ चुनिन्दा लोगो तक भी अगर आपकी आवाज़ पहुंचे , वो ज्यादा जरुरी है .
ReplyDeleteविजय
हमें केवल सार्थकता की तलाश होनी चाहिए,रास्ता चाहे जो हो|विजय जी से सहमत|
ReplyDeleteअरे नया काम करेंगी तो हल्ला तो मचेगा ही:)
ReplyDeleteहाहाहहाहाह... कुछ तो लोग कहेंगे.......
ReplyDeletethanks all of you
ReplyDelete