निमंत्रित पाठक नमस्ते
चलिये बताये क्या आप जानते थे ये बात .
भारत में निमन्त्रण का अर्थ हैं किसी को आमंत्रित करना , हम यहाँ आमंत्रित करने वाले से पूछते नहीं हैं जबकि बाकी जगह आमत्रित करने वाले से पहले पूछा जाता हैं "क्या आप आना पसंद करेगे , क्या आप आ सकते हैं " . जब उनसे सहमति मिल जाती हैं तब उनको निमन्त्रण भेजा जाता हैं .
ये एक सेट प्रोसेस हैं जो हमारे यहाँ अभी केवल कुछ वर्गों में प्रचलित हैं .
इस लिये गूगल ने ये सुविधा प्रदान कर रखी हैं .
चलिये बताये क्या आप जानते थे ये बात .
भारत में निमन्त्रण का अर्थ हैं किसी को आमंत्रित करना , हम यहाँ आमंत्रित करने वाले से पूछते नहीं हैं जबकि बाकी जगह आमत्रित करने वाले से पहले पूछा जाता हैं "क्या आप आना पसंद करेगे , क्या आप आ सकते हैं " . जब उनसे सहमति मिल जाती हैं तब उनको निमन्त्रण भेजा जाता हैं .
ये एक सेट प्रोसेस हैं जो हमारे यहाँ अभी केवल कुछ वर्गों में प्रचलित हैं .
इस लिये गूगल ने ये सुविधा प्रदान कर रखी हैं .
रचना जी नमस्ते :)
ReplyDeleteये तो पता नहीं था.लेकिन ये हैं बडा अजीब कि जिसे आमंत्रित किया जाना हैं उससे पहले पूछा जाए कि क्या आप आ सकते है.ऐसे ही पश्चिमी देशों में जब मेहमान बनकर जाते हैं तब भी पहले ही पूछ लिया जाता हैं.हालाँकि ये अब हमारे यहाँ भी शुरू हो गया हैं.
राजन
Deleteऐसा नहीं हैं की ये बाते हमारे यहाँ नहीं मानी जाती हैं जैसे सगाई होते ही तुरंत सूचना भेज दी जाती हैं की इस डेट की शादी हैं आना जरुर , रिसर्वेशन करा ले . जो नहीं जा सकते हैं वो सूचित भी कर देते नहीं आ सकते हैं . इत्यादि
पर बाहर ये एक परम्परा की तरह माना जाता हैं और मना करने के बाद निमन्त्रण पत्र नहीं भेजा जाता है