मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं

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May 03, 2010

कसाब को शाही मेहमान कि तरह हम पालते पोस्ते रहेगे

कसाब दोषी करार
फैसला कल
क्या फांसी दी जायेगी ??
शायद हाँ ??
कोर्ट फांसी कि सजा दे भी दे तब भी कसाब को फांसी शायद ही हो क्यूँ ??

भारत के पास कोई भी हेंग मेन / जल्लाद हैं ही नहीं आज कि तारीख मे
यानी कसाब को शाही मेहमान कि तरह हम पालते पोस्ते रहेगे

वाह क्या न्याय हैं
करिये कल तक इंतज़ार देखिये क्या कोर्ट कहता हैं

6 comments:

  1. गज़ब है यह देश ! फाँसी की सज़ा की प्रासंगिकता को लेकर कई बातें पहले से ही हो रही हैं...अब क्या हो जब फाँसी की सजा पाया व्यक्ति फंदे पर न झूल सके..तब तक जब तक उसे फाँसी देने वाले को न ढूँढ़ लिया जाय !

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  2. अगर ज़रूरत पड़े तो मैं जल्लाद बनने के लिए तैयार हूँ !

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  3. @- अगर ज़रूरत पड़े तो मैं जल्लाद बनने के लिए तैयार हूँ !
    Waah ! Nilesh ji...Kya jazba hai !

    Hats off to you !

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  4. kassab ko phansi me itni deri mujhe pasad nahin kyu ki hamaare desh me pocket maar ko bhi public pakade janne pe phansi ke samman maut ke ghat ytar deti hai aur kanoon kuch nahin karta. to phir itani deri kyun........kyun

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  5. जनाब मौका मिले तो हम जल्लाद बनकर सब गद्दारों को फांसी चढ़ा दें एक कसाब क्या चीज है पर आतंकवादियों का ठेकेदार सेकुलर गिरोह फांसी देने दे तब न

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