क्या सरकारी कर्मचारी को ये अधिकार हैं की वो गूगल एड सेंस से बिना अपनी कम्पनी को बताये कमाई कर सके ?
क्या हिन्दी ब्लॉगर जो सरकारी क्षेत्रो मे कार्य रत हैं और जिनके यहाँ " थ्रू प्रोपर चैनल " को प्रक्रिया लागू होती हैं वो इस प्रकार से एड दिखा कर नौकरी से सम्बंधित किसी कानून को तो नहीं तोड़ रहे हैं ।
प्रश्न ये नहीं हैं की आप की कोई कमायी इस प्रकार से गूगल एड सेंस या किसी भी प्रकार से ब्लॉग से हो रही हैं या नहीं ,
प्रश्न ये हैं की क्या अन्य जगह से पैसा कमाने के लिये आप कोशिश कर रहे हैं , इस बात के लिये आप ने " थ्रू प्रोपर चैनल " आज्ञा ली भी हैं या नहीं ।
क्या आपने अपने सुपीरियर को ये जानकारी दी हैं की आप ब्लोगिंग करते हैं और आप के हर ब्लॉग पर विज्ञापन हैं जिनसे आप को आय होने की सम्भावना हैं ? अगर नहीं दी हैं तो क्या आप सर्विस रूल बुक मे दिये गए नियम का उलंघन तो नहीं कर रहे हैं ??
क्या आप ने अनुमति ली हैं अपनी आय बढ़ने के लिये ???
यह भी बतायें कि केवल जानकारी देना पर्याप्त है या अनुमति भी आवश्यक है । अनुमति न मिलने की स्थिति में क्या हो सकता है ?
ReplyDeleteभाई थोडा विस्तार में लिखते तो अच्छा था
ReplyDeleteआखिर आप चाहती क्या हैं? किसकी तरफ आपका इशारा है?
ReplyDeleteक्यों आप किसी के पीछे पड़ी हैं?
किसी ने पढ़ा है
ReplyDeleteकोई पीछे पड़ा है
जो खाट पर है
उसकी खाट खड़ी होगी
अपनी खाट हटाएं
टाट बिछाएं और
उसी पर सोएं
मिस्टर बिल्लू साह
ऐसे रोना डरना ठीक नहीं
पर पहचान न खोएं।