मेरा कमेन्ट यहाँ
क्रोध के लिये कहते हैं की वो जिस बर्तन में रहता हैं उसको नष्ट करता हैं यानी उसका बहना ही सही हैं
और आज कल तो बर्फ के नीचे भी ज्वालामुखी हैं सो बताना मुश्किल ही हैं की लावा कहां कहां से निकला और कहां कहां बहा !!!
क्रोध हमेशा तबाही लाता हैं नहीं क्रोध किस रूप में होता हैं और किसके विरुद्ध होता हैं फरक इस से पड़ता हैं
शिव का तांडव , काली का मर्दन अगर ना होते तो दुनिया में तबाही वैसे ही आजाती
और अग्नि से ज्यादा पवित्र कुछ नहीं होता , जो जलता हैं उसे तो जलना ही था
शाश्वत क्या हैं बस प्रेम हैं पर प्रेम से लोगो की उम्मीदे ज्यादा होती हैं
लोग देना नहीं चाहते सबको बस मिलना चाहिये प्रेम सो जब दिया नहीं तो पाओगे कैसे
ब्लॉग जगत में पलीता लगा कर तमाशा देखने वाले बहुत हैं , ये ढोंगी हैं और अपने मकसद के लिये किसी को भी पलीता बना देते हैं और फिर गायब रहते हैं जब राख इकट्ठी हो जाती हैं तो आकर छान कर अस्थि विसरर्जन करना चाहते हैं
इन जैसो के लिए दावानल का बहना ही सही हैं ताकि ना राख बने और इनको किसी की अस्थियों का विसर्जन का सुख ना मिले जहां भी हाथ से ये खोजे वहाँ केवल आग ही आग हो
तुम्हारे जवाब का इंतज़ार हैं की क्या वास्तव में क्रोध का होना विनाश हैं
सच बोलना जितना मुश्किल है , सच को स्वीकारना उस से भी ज्यादा मुश्किल है . लेकिन सच ही शाश्वत है और रहेगा मुझे अपने सच पर उतना ही अभिमान है जितना किसी को अपने झूठ से होने वाले फायदे पर होता हैं
मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं
मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Blog Archive
-
▼
2011
(126)
-
▼
October
(11)
- बिजली संकट गहराया - चेतिये
- जरुरी सूचना
- क्या क़ोई ये भ्रम दूर कर सकता हैं ?? सेवा - कर्त्तव्य
- सुरेश चिपलूनकर जी कहां हो , क्यूँ निस्पक्ष होकर इस...
- ज्वालामुखी से ब्लॉग जगत तक
- कुछ ब्लॉगर अपने कमेन्ट से पहचाने जाते हैं -आप पहचा...
- टिपण्णी चेपू ब्लॉगर
- डॉ मंजुलता सिंह की दो नयी पुस्तके अब उपलब्ध हैं
- वैसे ईश्वर कौन बनेगा करोडपति देखता हैं क्या ??
- "जीता हैं दुनिया को मैने शब्दों से "
- आधार नंबर
-
▼
October
(11)
vahin jawaab deti hoon - but a nice new point of view :)
ReplyDeletePLS DONT TAKE IT AS A DEBATE
i just want to answer the points u have raised
:)