बचपन में दादी कहती थी किताब कभी खुली मत छोडो , पढ़ लो और बंद करके उठो वरना भूत पढ़ेगे . आज भी किताब , कॉपी , मैगज़ीन हाथ में होती है तो बंद करके ही उठती हूँ , अब जानती हूँ की ये भूत वाली बात संभव नहीं थी महज एक अच्छी आदत मेरी बे पढ़ी लिखी दादी हमे सिखा गयी .
वैसे ही घर के सबलोग कभी पानी के गिलास में पानी पीकर , झूठा पानी नहीं छोड़ते थे , मै भी नहीं छोडती .
जब लोगो कहते ग्लास आधा खाली क्यूँ दिखता हैं
आप को आधा भरा क्यूँ नहीं तो यानी आप सकारात्मक क्यूँ नहीं देखती किसी के काम को . अब जो व्यक्ति अपने गिलास में झूठा छोड़ा हुआ पानी रखता हो यानी जिस को ये प्रेव्लेज मिला हो की वो आधा गिलास पी कर आधा वैस्ट कर सके और सोचे की दूसरा उस आधे को पीले और अनुग्रहित हो क्युकी उसको तो पानी मिला ही नहीं हमने आधा दे दिया . ऐसे व्यक्ति को सकारातमक समझना मेरे लिये तो नामुकिन हैं
आप को प्यास लगी हैं , आप के पास पानी हैं तो क्या आप को अधिकार है की आप पूरा ग्लास भर कर आधा पिये और आधा छोड़ दे और जब कोई आप से कहे आधा क्यूँ छोड़ा तो आप कहे जी हमने आधा खाली नाहीं आधा भरा छोड़ा .
The glass is half empty or half full has a very vast meaning and approach and its not just limited to negative and positive .The glass half full or empty depends on who had the privilege to drink that half , people who drink that half leave the leftovers for others and when u ask them why was the glass left half empty , we are told its not half empty its half full.
The half full can be a positive approach only if you offer that half to quench the thirst of others before you drink from it . Learn to share it , divide it into 2 parts .
Is the glass half empty or half full? is a common expression, used rhetorically to indicate that a particular situation could be a cause for optimism (half full) or pessimism (half empty); or as a general litmus test to simply determine an individual's worldview. The purpose of the question is to demonstrate that the situation may be seen in different ways depending on one's point of view and that there may be opportunity in the situation as well as trouble.
This idiom is used to explain how people perceive events and objects. Perception is unique to every individual and is simply one's interpretation of reality. The phrase "Is the glass half empty or half full" can be referred to as a philosophical question.
आधा भरा या आधा खाली का मतलब कभी भी केवल और केवल सकारात्मक और नकारात्मक के लिये होता ही नहीं हैं वो केवल टेस्ट हैं आप की अबेलिटी का की आप दुनिया को किस नज़र से समझते हैं . कभी कभी आधा भरा गिलास अगर झूठा ना हो तो किसी की प्यास भी बुझा सकता हैं वही अगर वो झूठा हैं और मेज पर रखा हैं और कोई गलती से पी लेता हैं तो उसका धर्म भी भ्रष्ट हो सकता हैं . यानी एक आधा भरा गिलास किसी को जीवन दे सकता हैं तो उसका ना मिलना किसी का जीवन ले भी सकता हैं
जो लोग गलत बातो का प्रचार ब्लॉग जगत में भारतीये संस्कृति के नाम पर कर रहे हैं और विदेशो मे बसे हैं वो सब आधा ग्लास जूठा पानी हमारे लिये छोड़ कर खुद विदेश में जा बसे हैं और चाहते हैं की अब वो हमको समझाए की भारतीये होने पर कैसे रहा जाता है , भारतीये संस्कार क्या हैं इत्यादि इत्यादी .
इतने भारतीये संस्कार से प्यार था तो अपने देश मे रहते
आधा ग्लास पीते , आधा दूसरे के साथ बाँटते .
वैसे ही घर के सबलोग कभी पानी के गिलास में पानी पीकर , झूठा पानी नहीं छोड़ते थे , मै भी नहीं छोडती .
जब लोगो कहते ग्लास आधा खाली क्यूँ दिखता हैं
आप को आधा भरा क्यूँ नहीं तो यानी आप सकारात्मक क्यूँ नहीं देखती किसी के काम को . अब जो व्यक्ति अपने गिलास में झूठा छोड़ा हुआ पानी रखता हो यानी जिस को ये प्रेव्लेज मिला हो की वो आधा गिलास पी कर आधा वैस्ट कर सके और सोचे की दूसरा उस आधे को पीले और अनुग्रहित हो क्युकी उसको तो पानी मिला ही नहीं हमने आधा दे दिया . ऐसे व्यक्ति को सकारातमक समझना मेरे लिये तो नामुकिन हैं
आप को प्यास लगी हैं , आप के पास पानी हैं तो क्या आप को अधिकार है की आप पूरा ग्लास भर कर आधा पिये और आधा छोड़ दे और जब कोई आप से कहे आधा क्यूँ छोड़ा तो आप कहे जी हमने आधा खाली नाहीं आधा भरा छोड़ा .
The glass is half empty or half full has a very vast meaning and approach and its not just limited to negative and positive .The glass half full or empty depends on who had the privilege to drink that half , people who drink that half leave the leftovers for others and when u ask them why was the glass left half empty , we are told its not half empty its half full.
The half full can be a positive approach only if you offer that half to quench the thirst of others before you drink from it . Learn to share it , divide it into 2 parts .
Is the glass half empty or half full? is a common expression, used rhetorically to indicate that a particular situation could be a cause for optimism (half full) or pessimism (half empty); or as a general litmus test to simply determine an individual's worldview. The purpose of the question is to demonstrate that the situation may be seen in different ways depending on one's point of view and that there may be opportunity in the situation as well as trouble.
This idiom is used to explain how people perceive events and objects. Perception is unique to every individual and is simply one's interpretation of reality. The phrase "Is the glass half empty or half full" can be referred to as a philosophical question.
आधा भरा या आधा खाली का मतलब कभी भी केवल और केवल सकारात्मक और नकारात्मक के लिये होता ही नहीं हैं वो केवल टेस्ट हैं आप की अबेलिटी का की आप दुनिया को किस नज़र से समझते हैं . कभी कभी आधा भरा गिलास अगर झूठा ना हो तो किसी की प्यास भी बुझा सकता हैं वही अगर वो झूठा हैं और मेज पर रखा हैं और कोई गलती से पी लेता हैं तो उसका धर्म भी भ्रष्ट हो सकता हैं . यानी एक आधा भरा गिलास किसी को जीवन दे सकता हैं तो उसका ना मिलना किसी का जीवन ले भी सकता हैं
जो लोग गलत बातो का प्रचार ब्लॉग जगत में भारतीये संस्कृति के नाम पर कर रहे हैं और विदेशो मे बसे हैं वो सब आधा ग्लास जूठा पानी हमारे लिये छोड़ कर खुद विदेश में जा बसे हैं और चाहते हैं की अब वो हमको समझाए की भारतीये होने पर कैसे रहा जाता है , भारतीये संस्कार क्या हैं इत्यादि इत्यादी .
इतने भारतीये संस्कार से प्यार था तो अपने देश मे रहते
आधा ग्लास पीते , आधा दूसरे के साथ बाँटते .
baat soch ki hain.... agar koi vyakti glass ko aadha khali sochta hain to usse glass aadha khali hi dikhega...or jo aadha bhara sochta hain usse aadha bhara hi dikhega....but bahut kum long hi honge jo sochenge ki..."glass ko aadha bharna baki hain"...
ReplyDeletesud ne mere blog par ye tippani ki thi yahi yaha bhi rakha deti hun