क्या आप को याद हैं अगर हाँ तो बताये
वह पहली आंतंकवाद से जुडी घटना जो भारत मे हुई थी , जिस मे आंतकवादियों को इस लिये छोड़ा गया क्युकी उनके साथियों ने किसी को अगवा किया था और उसको छोड़ना के लिये अपने साथी आतंकवादियों की रिहाई की मांग की थी ।
हम बहुत जल्दी भूल जाते हैं मुझे एक कयास हैं इस घटना का पर मै श्योर नहीं हूँ ।
मैंने सुना है कि मुफ्ती मुहम्मद सईद की बेटी का अपहरण हुआ था . उसकी भी यही कहानी थी !
ReplyDeleteविश्वनाथ सिंह के प्रधानमंत्रित्व काल में मुफ्ती की बेटी को अपहरणकर्ताओं से छुड़ाने के लिए आतंकियों से सौदेबाजी न की गयी होती (जो मिलीभगत से किया गया एक नाटक भी हो सकता है) तो संभवतः कंधार काण्ड भी नहीं होता और आतंकियों के हौसले बुलंद नहीं होते जाते.
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