आज कल हिन्दी ब्लोगिंग मे एक फैशन हो गया हैं अपनी पोस्ट का लिंक दूसरे ब्लॉग पर जा कर बनाने का । तकनीक का फायदा हैं । पहले रिवर्स लिंक तभी दिखता था जब आप किसी पोस्ट का जिक्र अपनी पोस्ट मे करते पर अब ऐसा नहीं हैं । आज सुबह देखा नारी ब्लॉग पर इस पोस्ट मे
http://indianwomanhasarrived.blogspot.com/2009/01/blog-post_12.html
दो रिवर्स लिंक थे
पहला लिंक चिट्ठा चर्चा: चर्चाथेरेपी !
दूसरा लिंक निरंतर: कुछ अंदाज़ आपके लिए
अब पहला लिंक तो समझ आगया क्युकी विवेक ने नारी ब्लॉग की इस पोस्ट का जिक्र चर्चा पर किया हैं पर
महेंद्र मिश्रा ने क्यों अपनी पोस्ट का बेक लिंक नारों पोस्ट पर दिया हैं समझ नहीं आया
और ऐसा केवल नारी पोस्ट पर ही नहीं हो रहा हैं । बहुत से ब्लॉग पर ये हो रहा है , जिज्ञासा हैं की क्या वाकई बेक लिंक बना देने से लोग उन पोस्ट पर जा रहे हैं जिन के बेक लिंक बनाए जा रहे हैं
सच बोलना जितना मुश्किल है , सच को स्वीकारना उस से भी ज्यादा मुश्किल है . लेकिन सच ही शाश्वत है और रहेगा मुझे अपने सच पर उतना ही अभिमान है जितना किसी को अपने झूठ से होने वाले फायदे पर होता हैं
मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं
मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Blog Archive
-
▼
2009
(166)
-
▼
January
(12)
- मीठे झूठ को कड़वे सच से ज्यादा पसंद क्यूँ करते हैं ?
- अतिथि करे मोबाइल चार्ज और मेजबान भरे बिजली का बिल ।
- ब्लॉग लिखती महिला अपने ब्लॉग की सूचना इस लिंक पर ज...
- अश्वेत राष्ट्रपति यानी बदलाव !!!!! सो भारत मे श्वे...
- ओबामा से सोनिया तक यात्रा बदलाव की
- एक साईट आज नज़र मे आयी ।
- जो लोग अपनी दिन रात की मेहनत से अपना मुकाम बनाते ह...
- मुझे अपना नाम आप के "बर्थडे कैलेंडर " मे दर्ज नहीं...
- नैतिकता का मतलब क्या होता हैं ?
- "विवेक " हीन kament
- हिन्दी ब्लोगिंग मे एक फैशन
- क्या आप को याद हैं अगर हाँ तो बताये
-
▼
January
(12)
नहीं रचना ये बैकलिंक नहीं बनाए जा रहे वरन ये वास्तविक लिंक हैं तथा इनका संबंध उस विजेट से है जो कई ब्लॉगर ने अपने ब्लॉग्स पर चेपे हैं जिसमें पसंदीदा ब्लॉगों की फीड दर्शाई जाती है। यदि इंडेक्सिंग के दौरान निरंतर के पेज पर आपके ब्लॉग का लिंक होगा तो वह आपकी पोस्ट पर ये लिंक टू दिस पोस्ट में दिखेगा...जो ठीक ही है।
ReplyDeleteमेरा विचार है कि कोइ भी पाठक इन लिंक से आपके चिटठे पर नही आता है । अगर आप जानना चाहते है कि आपके ब्लोग पर ज्यादातर पाठक कहा से आते है, तो उसके लिये आपको इस साइट पर जाकर रजीस्टर करना पडेगा । http://www.statcounter.com/ इस साइट के द्वारा पूरी रिपोर्ट मिल जाती है कि आपके ब्लोग पर कोन विजिटर कहा से आया । तथा क्या देखा व कितनी देर रहा ।
ReplyDeleteमसिजीवी
ReplyDeletemujeh naari blog kaa koi bhi link us page par nahin dikha पसंदीदा ब्लॉगों mae naari blog nahin haen so jananey ki ichchha haen
bahut Accha...
ReplyDeleteRachana that is what the issue is you get a link if your url features there while the page is being indexed, it may or may not me there later.
ReplyDeleteAs for the this perticular post, it has three widgets showing feeds, one is पसंदीदा thing but remaining two are blogvani and chitthajagat, so there it is...chances are while indexing your post was among newest five at either blogvani or chitthajagat so it got indexes...I think that is the reason.
फैशन
ReplyDeleteब्लॉगिंग में भी
फिर तो
राशन
भी ब्लगिंग में मिलेगा
इंतजार रहेगा।
रचना जी मैं आपके ब्लॉग पर भी गया और निरंतर भी गया पर कहीं लिंक न दिखा !
ReplyDeleteवैसे आप उनके बदले हमारे ब्लॉग का लिंक दे दो हम बुरा नहीं मानेंगे . और मान भी गए तो भी कोई फर्क नहीं पडता :)
@ मसिजीवी , हमने तो सुना था कि मास्साब हिन्दी के अलावा कुछ सोचते तक नहीं . इसका मतलब यहाँ जो अंग्रेजी झाडी है वह बिना विचारे फेंकी मानी जाय :)
@ विवेक :)
ReplyDeleteबात तो सही है, कमेंट करते वक्त जिस कंप्यूटर पर था उससे हिन्दी में कमेंट होनहीं रहा था जैसे तैसे कापी पेस्ट से एक शब्द लगाया, और रोमन में हिन्दी लिखना हमें अंगेजी से भी कम रुचता है।
इस बार गलती हुई आगे से कमेंट करना ही स्थगित कर देंगे लेकिन शिकायत का मौका नहीं देंगे