सावन की अन्ताक्षरी बोलीवुड स्टाइल मे
यानी हर कमेन्ट मे लास्ट अक्षर से शुरू हो कर एक गाना जिसमे सावन शब्द हो
"लगी आज सावन की फिर वो झडी हैं "
पहला कमेन्ट" हैं " से या "हा" से
सच बोलना जितना मुश्किल है , सच को स्वीकारना उस से भी ज्यादा मुश्किल है . लेकिन सच ही शाश्वत है और रहेगा मुझे अपने सच पर उतना ही अभिमान है जितना किसी को अपने झूठ से होने वाले फायदे पर होता हैं
मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं
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bahut socha koi gana yaad hi nahi aa raha jo is akshar se shuru ho,aur jis mein sawaan shabd ho,vaise ye bollywood stylish sawaan bahut achha laga.
ReplyDeletemaine bhi bahut socha par kuch nahi sujha.. bada mushkil hai.. last word wala restriction hata dijiye.. aur mera gana lijiye..
ReplyDeletekuch kahata hai ye sawan..
चलिये लास्ट का शब्द कुछ भी हो पर सावन
ReplyDeleteशब्द जरुर हो मुखडे मे
वैसे
हाय हाय राए मज़बूरी ये मोसम और दूरी
तेरी तो टकिया की नौकरी
मेरा लाख का सावन जाए रे
रिमझिम गिरे सावन सुलग सुलग जाए मन ...आगे याद नहीं :(
ReplyDeleteलगी आज सावन की फिर वह झड़ी है
ReplyDeleteसावन का महीना पवन करे शोर
ReplyDeleteपतझड सावन बसन्त बहार एक बरस के मौसम चार मौसम चार .....पाँचवा मौसम प्यार का इकरार का...
ReplyDeletepal bhar mein ye kya ho gaya,wo mein gayi wo mann gaya,chunri kahe sunre pawan,sawan laya ab ke sajan.har pal mujhe yusataye ,tum bin ab to raha nahi jaaye.
ReplyDeletebahut bachpan mein ye gana suna tha,rameshwari par picturize hua hai shayad,film yaad nahi.
बरसात में जब आएगा सावन का महीना..
ReplyDeleteअरे मैं तो छूट ही गया था...
ReplyDeleteसावन के झूले पड़े, तुम चले आओ...
जा ही रहा था कि एक और याद आया..
ReplyDeleteअब के सजन सावन में, आग लगेगी बदन में..
जिया धड़केगी...मगर मिल न सकेंगे दो मन आँगन में...