हिन्दी ब्लॉग संसार मे निरंतर नये ब्लॉग अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं अच्छा लगता हैं की इतने लोग अभिव्यक्ति के इस माध्यम को जानने लगे हैं और उसका फायदा भी उठा रहे हैं ।
दो साल से यहाँ हूँ और अब कमी महसूस हो रही कुछ ब्लॉगर की जो पहले निरंतर लिखते थे । आज महीनो हो गए हैं उनके ब्लॉग पर एक भी पोस्ट आये ।
आप को भी किसी ऐसे ब्लॉगर / ब्लॉग की कमी अखरती हैं क्या ? चलिये उस ब्लॉग का नाम दीजिये ।
एक लिस्ट बनाते हैं और फिर दूसरी पोस्ट मे वो सारे नाम दे कर कुछ कारण पता करने की कोशिश तो कर ही सकते हैं
सच बोलना जितना मुश्किल है , सच को स्वीकारना उस से भी ज्यादा मुश्किल है . लेकिन सच ही शाश्वत है और रहेगा मुझे अपने सच पर उतना ही अभिमान है जितना किसी को अपने झूठ से होने वाले फायदे पर होता हैं
मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं
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बहुत अच्छा प्रयास है आपका. पर आपने तो उस ब्लोगर का नाम नही बताया जिसकी कमी आपको अखरती है.
ReplyDeleteमुझे एक ब्लोगर 'विनोद कुमार पारासर' की कमी खलती है. जिनका URL है
http://www.nayagharblogspotcom.blogspot.com/
list lambi haen so baad mae dungi vishvaas rakhae
ReplyDeleteसर्वज्ञ यानी शिरीष पंडिज्जी, उन्मुक्त, पंगेबाज़ ।
ReplyDeleteयूनुस भाई से सहमत (तीनो नाम मेरे भी दिमाग में आये हैं), इसमें सागर नाहर का नाम भी जोड़ लें… ये भाई आते तो रहते हैं लेकिन बहुत-बहुत लम्बे अन्तराल के बाद्…
ReplyDeletemamta tv wali mamta ji bahut dino se nahi dikhi,phir apni dubaiwali meenakshi ji bhi.
ReplyDeleteपंगेबाज जी ने ब्लॉगिंग छोड़ दी है
ReplyDeleteचौखट वाले पवन चंदन
कम नजर आ रहे हैं।
"एकोहम" ब्लाग वाले श्री विष्णु बैरागी जी!!
ReplyDeleteइनके ब्लाग के नियमित पाठक होने के नाते हमें तो इनकी कमी बहुत अखरती है।
बेदखल की डायरीः मनीषा पांडे
ReplyDeleteकहना मुश्किल है मेरे लिये....समय कम मिलता है और चाह कर भी सब पढ़ नहीं पाता!
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ReplyDeleteअभी तो अतुल अरोड़ा,मनीषा,पल्लवी,रख़्शँदा,सतीश सक्सेना,प्रज्ञा राठौड़ ही याद आ रहे हैं !
मीनाक्षी अपने बेटे के आपरेशन के बाद न जाने कहाँ व्यस्त हो गयीं ?
ममता नियमित लिखती थी, उसके पापा की बीमारी के बाद जाने क्या हुआ ?
जब भी दुकानों में सजी ज़लेबी दिखती है, ममता की पोस्ट ज़रूर याद आती है !
अच्छा प्रयास है
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