भोपाल काण्ड के लिये को हर्जाना क्यूँ अमेरिका ने नहीं दिलवाया एंडरसन , यूनियन कार्बाइड से जबकि आज ओबामा टंकार लगा कर BP Plc से २० बिलियन डॉलर का एस्क्रो फंड बनवा चुके हैं
यही फरक है भारत के नेता और अमेरिका के नेता मे । हमारे यहाँ मुजरिम को अपने निज के फायेदे के लिये देश से भगा दिया जाता हैं और वहाँ मुजरिम को दण्डित करवा कर ही चैन लिया जाता हैं ।
मेरा भारत महान का नारा देने वाले कहीं डूब क्यूँ नहीं जाते
शर्म करो शर्म करो
सच बोलना जितना मुश्किल है , सच को स्वीकारना उस से भी ज्यादा मुश्किल है . लेकिन सच ही शाश्वत है और रहेगा मुझे अपने सच पर उतना ही अभिमान है जितना किसी को अपने झूठ से होने वाले फायदे पर होता हैं
मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं
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आपको पता है, अमेरिका में रेस्तौरेंट में सूप और कॉफ़ी से जल जाने वालों को भी वहां की कंपनियों को मिलियन डौलर का हर्जाना देना पड़ता है.
ReplyDeleteअपने यहाँ जान की कीमत नहीं है.
चुल्लु भर पानी तलाश रहे हों।
ReplyDeleteअवश्य डूबेंगे, तब जब हाई कमान कहेंगी।
ReplyDeleteघुघूती बासूती
"हिन्दुस्तान के लोगों का रिवाज़ है कि जब तक खुद पर नहीं बीतेगी तब तक वे कुछ नहीं करेंगे....आम आदमी पर बीत रही है इसलिए वो आवाज़ उठा रहे हैं...."
ReplyDeleteयहां के नेताओं की करनी और कथनी में ज़मीन आसमान का फ़र्क़ है... इसलिए मुल्क की यह हालत है...
ReplyDeleteयहाँ जब तत्कालीन नेताओं ने ही एंडरसन को यहाँ से सुरक्षित भगा दिया फिर आप उनके क्या आशा कर सकते हैं. ये देश के गद्दार ही कहे जायेंगे. सबसे बड़ा हमारा न्यायतंत्र जिसने मरने वालों की पीढियां बुढ़ा गयी तब फैसला दिया है और वह भी सिफर. काश हम खुद कुछ कर पाते.
ReplyDeleteitna kuchh likha jaraha hai bhopal trasdi par aur vo bhi 25 sal bad .
ReplyDeleteaur likha bhi jana chahiye taki aage koi is trasdi ke jimmevar vyktiyo ko bahut kuchh sochna pde
रेखा जी सच कह रही हैं कि जिन लोगों ने अंडरसन को चुपचाप देश से बाहर निकाल दिया उन नेताओं से हम क्या अपेक्षा करें?
ReplyDeleteमेरा मुंसिफ ही मेरा कातिल है...
ReplyDeleteक्या मेरे हक़ में फैसला देगा ....
उतिष्ठकौन्तेय
अपना तो हिसाब है ...
ReplyDeleteन सुधरे थे , न सुधरे है और न सुधरने की उम्मीद है ...
http://myheartsaystomemypoems.blogspot.com/2010/06/blog-post_08.html
ऐसे नेताओं से आम आदमी क्या उम्मीद लगा सकता है?... !...भारत को महान कैसे कह सकते है हम? आपने बहुत ही ध्यानाकर्षक और उत्तम रचना पेश की है!
ReplyDeleteमेरा भारत महान वो कहते है.. कूप मंडूक जैसा है... जब आप बाहर के देशों को देखते हो.. समझ आता है हममे कुछ भी विशेष नहीं...
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