पुरानी पीढी बोली
नयी पीढी से
तुम क्या जानो
हमने क्या क्या किया हैं अपने
माता पिता के लिये
अब अगर करनी को कथनी का
साक्ष्य चाहिये
तो करनी और कथनी के अन्तर को
हर पुरानी पीढी
नयी पीढी को
समझाती ही रहेगी
श्रवण कुमारो की तादाद
पीढी दर पीढी
साक्ष्य के लिये
धूल भरे रास्तो पर
चलती रहेगी
बच्चे कभी जवान नहीं
सीधे बूढे ही बनेगे
और हर नयी पीढी के कर्मो को
पुरानी पीढी रोती रहेगी
हमने तुम्हे पैदा किया
तुम हमको ढोते रहो
क्युकी हमे तुम्हारा
प्यार नहीं तुम्हारा कर्तव्य चाहिये
waah sundar rachna
ReplyDeleteumda prastuti...
ReplyDeleteहमें तुम्हारा प्यार नहीं कर्तव्य चाहिए ...
ReplyDeleteपुरानी पीढ़ी सिर्फ यही तो नहीं चाहती होगी ..आर्थिक समृद्धि रही भी तो भी शारीरिक असमर्थता तो प्यार और देखभाल मांगती ही है ..!!
सुंदर रचना
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