ये जो फूल आखिरी तस्वीर मे हैं इनका नाम हैं "अंजलि "और "सहज" । एक अनु को बिटिया हैं और दूसरी नीतू की बिटिया हैं । दोनों मै १० साल का अन्तराल हैं । ये दोनों फूल बसंत के फूलो से ज्यादा सुंदर हैं ।
सच बोलना जितना मुश्किल है , सच को स्वीकारना उस से भी ज्यादा मुश्किल है . लेकिन सच ही शाश्वत है और रहेगा मुझे अपने सच पर उतना ही अभिमान है जितना किसी को अपने झूठ से होने वाले फायदे पर होता हैं
मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं
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बहुत सुन्दर ! उत्तर भारत के वसन्त की बात ही और है।
ReplyDeleteघुघूती बासूती
वाह बेहद खूबसूरत बसंत उतरा आपके कैमरे की नजर से
ReplyDeleteबहुत सुन्दर तस्वीरें है । अच्छा होता यदि तस्वीर के साथ कैमरे के बारे मे भी जानकारी मिल जाती । पाठको को ज्यादा से ज्यादा जानकारी मिले मेरी तो यही सोच है ।
ReplyDeleteसचमुच में बसन्त उतर आया।
ReplyDeleteसुन्दर और मोहक चित्र।
अरे वाह रचना बहुत ही खूबसूरत बसंत दिखाया आपने ।
ReplyDeleteअंजलि और सहज बहुत प्यारी लग रही है ।