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February 15, 2009

"बागो मे बहार हैं , हैं , कलियों पे निखार हैं ," ऋतुराज बसंत , कुछ तस्वीरे मेरे कैम्ररे से

ये जो फूल आखिरी तस्वीर मे हैं इनका नाम हैं "अंजलि "और "सहज" । एक अनु को बिटिया हैं और दूसरी नीतू की बिटिया हैं । दोनों मै १० साल का अन्तराल हैं । ये दोनों फूल बसंत के फूलो से ज्यादा सुंदर हैं ।

5 comments:

  1. बहुत सुन्दर ! उत्तर भारत के वसन्त की बात ही और है।
    घुघूती बासूती

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  2. वाह बेहद खूबसूरत बसंत उतरा आपके कैमरे की नजर से

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  3. बहुत सुन्दर तस्वीरें है । अच्छा होता यदि तस्वीर के साथ कैमरे के बारे मे भी जानकारी मिल जाती । पाठको को ज्यादा से ज्यादा जानकारी मिले मेरी तो यही सोच है ।

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  4. सचमुच में बसन्‍त उतर आया।
    सुन्‍दर और मोहक चित्र।

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  5. अरे वाह रचना बहुत ही खूबसूरत बसंत दिखाया आपने ।

    अंजलि और सहज बहुत प्यारी लग रही है ।

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