मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं

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May 16, 2009

मन मे आ रहा हैं की काश अपनी बंधी हुई सोच को बदल कर सोनिया को प्रधानमत्री पद के लिये उपयुक्त पात्र मान लेती ।

मैने कांग्रेस को वोट नहीं दिया था पर आज नतीजो के रुझान पर नज़र गयी हैं तो सोनिया गाँधी को सलुते करने का मन कर रहा हैं क्युकी उन्होने टूटी बिखरी कांग्रेस को फिर से खड़ा कर दिया एक नेशनल पार्टी के रूप मे ।

मन मे आ रहा हैं की काश अपनी बंधी हुई सोच को बदल कर सोनिया को प्रधानमत्री पद के लिये उपयुक्त पात्र मान लेती । केवल और केवल उनका विशेसी मूल का होना ही इस बात मे बाधक हैं ।

4 comments:

  1. आप ये निर्णय कुछ देर बाद ले रहे है जबकि देश ने ये फेसला पहले ही कर लिया था।

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  2. चलिए देर स‌े ही स‌ही आपको अपनी गलती का एहसास तो हुआ।

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  3. पार्टियों को चाहिए की कांग्रेस की तरह तानाशाह रखना चाहिए. भाजपा का आतंरिक संगठन कुछ ज्यादा ही लोकतान्त्रिक है. उसे भी तानाशाह की तरह होना चाहिए सब सुधर जाएगा. देश गुलामी में बहुत ज्यादा समय बिताया है इसलिए देश के लोग उसी भाषा को समझते हैं.

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  4. मैदम जी, आपने अक्षम्य पाप कर डाला है ।
    पर, मैं निट्ठल्ले बाबा सोनिया के चुनाव क्षेत्र से आपको क्षमा करता हूँ ।
    इस देश का न होकर भी अपने पति के देश के लिये समर्पण, हृदय में अदम्य दृढ़ता इत्यादि हमारे भारतीय नस्ल के घाघ नेताओं को बहुत बौना साबित करती है ।

    इस प्रकार आपका वोट तो हो गया फुस्स !!

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