मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं

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May 13, 2009

ब्लॉगर कार्यशाला इंतज़ार बदसतूर जारी हैं

हिन्दी के साहित्य के जानकार
बन गये हैं ब्लॉगर
पूछो क्यूँ

फेमस होये का चाहि


सो गंगा किनारे चौकडी जमाई
फोटो खिचाई
खुदई अख्बारना मा छपवाई


अब का का बताई
ज्यादा लिखबे
तो बात दूर तलक जाई

इन्टरनेट से दूर लोगो
को ब्लॉग का हैं
इका ज्ञान देवे का खातिर
इतना चकलस काहे किये हो

गंगा किनारे वाला छोरा
अपने ब्लॉग से बहुत पहले
लोगन को ब्लॉग का है
समझाये चुका

अब तुम साची साची कह देओ
अपने अपने ब्लोगान माँ
कितना कितना वेब लोग लिखते हो भैया

लाल भुज्हकड़ याद आया
निष्कर्षवा पढ़ के
कि प्रिंट मीडिया जरुरी हैं
प्रचार प्रसारवा के लिये

अब कितने अखबार हैं
देश विदेश माँ
प्रिंट मीडिया का बस हिन्दुस्तान मा ही हैं

कौन कौन से अख्बारना मा
इस दश के पहले ब्लॉगर सम्मलेन !!!??
कि ख़बर आयी हैं
तनिक हमका भी बताओ

और

आकडो कि गलती
प्रिंट मीडिया कि गैर जिम्मेदारी
वाह

ऐसी ब्लॉगर कार्यशाला
मे पढ़ कर कितने ब्लॉग
बनगे
और क्या क्या लिखेगे

इंतज़ार बदसतूर जारी हैं

4 comments:

  1. ये हिंदी ब्लॉग पर कौनसी भाषा में लिख रही है आप? हिंदी में लिखिए वरना फतवा जारी कर देंगे ..

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  2. बहुत अच्छी और उपयोगी.. जानकारी..के लिए धन्यवाद..

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  3. बहुसदस्यीय, बहुप्रचारित कार्यशाला में आंकड़ों के गड़बड़झाले से तो मैं भी हैरान हूँ।

    प्रिंट मीडिया का साथ तो अभी भी प्रासंगिक बना हुया है क्योंकि उसकी पैठ जन-जन तक है।

    पूरी रिपोर्ट का तो हमें भी इंतज़ार है।

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  4. हाय हुसैन, हम न हुये ।
    प्रायोजक की व्यव्स्था कर, पदक वदक बँटवा देता ।

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