मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं

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June 16, 2010

हिंदी ब्लॉगर एसोसियेशन

हिंदी ब्लॉगर एसोसियेशन

अगर कोई भी एक ऐसी एसोसियशन बनाये जहाँ समय समय पर हिंदी ब्लॉगर संगठित हो कर समाज मे हो रहे गलत कामो के खिलाफ आवाज उठाये तो मुझे अवश्य सूचित करे मै सदस्यता लेना चाहूंगी और इसके लिये कोई धन राशि भी हो मेम्बरशिप की तो भी लूंगी

आज कल ऑनर किलिंग हो रही हैं एक दिन हिंदी ब्लॉगर कहीं संगठित हो कर इस मुद्दे पर अपनी आवाज उठाये
या
आज कल वृद्ध माता पिटा के साथ संपत्ति को ले कर बच्चे जो दुर्व्यवहार कर रहे हैं हिंदी ब्लॉगर कहीं संगठित हो कर आवाज उठाये

या और भी सामाजिक मुद्दे हैं जिन पर ब्लॉग से बाहर निकाल कर ब्लॉगर अपनी प्रेसेंसे दर्ज कराये ।

इस प्रकार से ना केवल मुद्दे के प्रति हम अपने कर्तव्य की पूर्ति करेगे अपितु लोगो कि नज़र मे हिंदी ब्लॉगर समाज कि उपयोगिता को भी लायेगे ।

अभी तक जब भी संगठन कि बात हुई तो केवल हिंदी ब्लॉगर को क्या क्या करना हैं , ब्लोगिंग कि दशा या दिशा , सकारातमक , नकारात्मक इत्यादि ही विषय वस्तु रहे हैं जबकि मुझे लगता हैं जब भी कोई संगठन बनता हैं तो वो समाज मे अपनी आवाज दर्ज करने के लिये बनता हैं ।


और कृपा कर के मुझ से बनाने के लिये ना कहें !!!!! नहीं कर पाउंगी पर चाहती हूँ हिंदी ब्लॉगर एसोसियशन बने ताकि हम सब एक साथ अपनी उपस्थिति दर्ज कराये ।

अपनी आवाज को टंकार बनाने के लिये ऐसा कुछ हो जाए

काश



कमेन्ट सिर्फ पोस्ट और इसी मुद्दे पर दे ।

11 comments:

  1. आवाज उठाना भी सकारात्मक प्रयास ही है...बात उठेगी ,तभी तो बनेगी...

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  2. bilkul sahi kaha aapne, main aapse sahmat hoon, aur main bhi ye chahta hoon

    http://sanjaykuamr.blogspot.com/

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  3. बिल्कुल सही कहा आपने कि इस तरह के संगठन की बहुत आवश्यकता है। पिछले दिनों जो दिल्ली में ब्लॉगर मिलन हुआ था वहां पर भी यह बात बहुत से साथियों ने रखी थी।
    अच्छा किया आपने भी इस तरह चिट्ठाकारों का ध्यान आकर्षित किया।
    धन्यवाद।

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  4. sahi prayas par association matlab ek gaddi...fir uske peeche ladayi...

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  5. हर शहर में रहने वाले ब्लोगेर्स को एक एक ग्रुप बना लेना चाहिए और साल में कम से कम २ मीटिंग करनी चाहिए. बाद में हर शहर के ब्लोगेर्स मिल के एक बड़ा ग्रुप बना सकते हैं और आवाज़ उठा सकते हैं.लोग साथ दें तोह मुंबई में इसको शुरू कर दूं में खुद, क्यूंकि मशविरा अच्छा है.

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  6. bilkul sahi hai sangthan me hi shkti hoti hai aur apni bat rakh skte hai

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  7. बिल्कुल सही कहा आपने कि इस तरह के संगठन की हमें बहुत आवश्यकता है...तभी हमारी ब्लॉग्गिंग सही मायने में सार्थक हो पाएगी..

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  8. मैं भी ऐसा सोचती हूँ कि ब्लॉगर समाज की कुछ समस्याओं के विरुद्ध आवाज़ उठाकर एक दबाव समूह का काम कर सकते हैं.

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  9. मैं Voice Of the People से सहमत हूँ, अगर पहले हम एक स्थान पर एकजुट हों, एक संगठन बना लें और फिर बड़े मुद्दों पर बहस कर सकते हैं और दूसरे संगठनों से भी सब जुड़ सकते हैं. बाहर होने वाले मीट में सभी न सही कुछ सदस्य शिरकत करें और सामाजिक समस्याओं के लिए विचार विमश करके आवाज के स्वर को ऊँचा करें. पहल तो किसी न किसी को करनी ही होगी.

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