मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं

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June 27, 2011

मेरी पसंद के दो रुख

मेरे लिये मेरे से जो उम्र में कम हैं अगर उनको मेरी बात सही लगती हैं तो मुझे लगता हैं समाज सही दिशा में चल रहा हैं क्युकी आने वाला समाज नयी पीढ़ी से बनता हैं

इसके अलावा मुझे ये भी महसूस होता हैं की शायद में समय आगे हूँ इसीलिये आगे आने वाले समय के लोग मुझे बेहतर समझ पाते हैं

वैसे हर तस्वीर का एक दूसरा रुख भी होता हैं
यानी मेरा लेखन इतना अपरिपक्व हैं की मुझ से उम्र मै बड़े लोग उसको नकार देते हैं और
समकालीन पढने लायक समझते ही नहीं

5 comments:

  1. aapka lekhan paripakv hai aur use kisi praman ki aavshyakta hi nahi.

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  2. अपना अपना नजरिया आप लेखन में लगे रहिये ...

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  3. @ रचना ,
    आपके लेख बेहतरीन और एक दिशा लिए होते हैं ...आपका नाम उन लोगों में हैं जिन्हें हमेशा याद रखा जाना चाहिए ! निस्संदेह निडर लेखन का जब भी नाम लिया जाएगा आप वहां जरूर होंगी !
    हार्दिक शुभकामनायें !

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  4. रचना जी, मेरे विचार से प्रत्येक व्यक्ति विचारों का एक मिक्स बेग होता है. कुछ विचार एक को पसंद आते हैं कुछ किसी दुसरे को और कुछ विचार दोनों को इसलिए हमें अपने विचारों का प्रवाह रोकना नहीं चाहिए. लोगों की पसंद और नापसंद की परवाह किये बगैर उन्हें प्रकट करते रहना चाहिए.

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  5. आप इन बातों से प्रभावित हो रही हैं, यकीन नहीं हो रहा।

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