मठ 1
जीतेंद्र , पंकज , देबाशीष , संजय , पंकज , अनूप
मठ 2
अनूप , समीर , शिव , ज्ञान ,
मठ 3
मसिजीवी , प्रत्यक्षा , प्रमोद , सुजाता , नीलिमा
मठ 4
विपुल , आलोक , शास्त्री , अनूप
मठ 5
समीर , मसिजीवी , मैथिली , साइरस
मठ 6
ताऊ {भरत } , समीर , राज
मठ 7
अमर , अनुराग , कुश ,
मठ 8
शास्त्री , अरविन्द ,
मठ 2
अनूप , समीर , शिव , ज्ञान ,
मठ 3
मसिजीवी , प्रत्यक्षा , प्रमोद , सुजाता , नीलिमा
मठ 4
विपुल , आलोक , शास्त्री , अनूप
मठ 5
समीर , मसिजीवी , मैथिली , साइरस
मठ 6
ताऊ {भरत } , समीर , राज
मठ 7
अमर , अनुराग , कुश ,
मठ 8
शास्त्री , अरविन्द ,
मठ 9
अनूप , अमर , कुश
मठ 10
सलीम , जाकिर ,
मठ 11
जाकिर , रविन्द्र , अरविन्द , महफूज
मठ 12
सतीश , अरविन्द , अमर , समीर , गिरिजेश , खुशदीप , महफूज
मठ 13
घुघूती , रचना , रेखा , अंशुमाला ,
मठ 14
अदा , वाणी ,रश्मि , मिथिलेश , महफूज , खुशदीप , अजीत , अरविन्द , बी अस , अलबेला , अजय , राज , समीर
मठ 15
अरविन्द , अलबेला , अजय , बी एस , राज , नरेश ,
मठ 16
अजय , बी एस , दिनेश
मठ 17
बी एस , रवि , अजय , ज्ञान , राजेश ,
मठाधीश के बाद मठ की जानकारी बिना किसी सक्रियता क्रम के गठ बंधन टिपण्णी के आदान प्रदान के चलते बनते बिगड़े हैं ना की विचारो के
दिस्क्लैमेर
its all based on writers observation
and names are not brand names they are merely how you want the world to address you
any resemblence with your name is mere coincidence and its also a coincidence that you and the name here blog
the post is merely a figment of imagination !!!!!!!!!!
aapka math gyan bahut prabhavi hai rachna ji.jara bade shabdon me likhen taki sabhi ko ye jankari sulabh ho sake.
ReplyDeleteधत्त तेरी के ...!
ReplyDeleteइस बार भी नहीं हैं हम कहीं। ...
निरर्थक हो गया ब्लॉग जीवन!
(अपना नाम डाल लिया ... मठ 13
घुघूती , रचना , रेखा , अंशुमाला )
मल्टीस्किलिंग कहीं तो काम आई :-)
ReplyDeleteओह, मनोज कुमार जी, आपसे सहानुभूति। स्वयं पर आश्चर्य! जिसे कुछ याद न रहे वह तेरहवें मठ की पहली सीढ़ी पर हो! है न अजब गजब बात!
ReplyDeleteशायद तेरहवाँ मठ स्त्री विरोधियों का विरोधी है। अन्य कुछ बात तो समझ नहीं आती। वैसे जो साथी इस मठ में साथ साथ मट्ठा पी रहे हैं उनके साथ पर गर्व ही है। रेखा का ब्लॉग जाकर फिर से पढ़ती हूँ। चलेंगे मेरे साथ हमारे मठ की ओर मट्ठा पीते हुए?
धन्यवाद रचना।
घुघूती बासूती
ये लो ...हम यहाँ भी नहीं ..कहाँ घुसाएँ अपना नाम हम.
ReplyDeleteयही तो ,कई मठ ढह गए कई कगार पर हैं .....आपका अपना आबजर्वेशन है ...और लोगों की राय में थोड़ी भिन्नता हो सकती है ...
ReplyDeleteमगर एक एक अकेले मठ में तो एक साथ कई मठाधीश दिख रहे हैं -इसलिए ही वे टूटे क्या ?
हम एक और नया मठ चालू करने जा रहे हैं एकदम फ्रेश. एडमिशन चालू हैं बहुत नामिनल डोनेशन पर. मठ के प्रबंधन में महिलाओं की बराबरी से भागीदारी. आवेदन भेजें. पहले आयें, पहले पायें की नीति पर.
ReplyDeleteमठा लेके आता हूं
ReplyDeleteचलिए एक साल से ऊपर जो समय ब्लॉग को दिया उसका कोई तो सम्मान मिला वर्ना यहाँ आम लोगो को पूछता कौन है कम से कम आप ने तो आम लोगो को खास स्थान दिया धन्यवाद !!
ReplyDelete17.. बहुत कम है...
ReplyDeleteअब कौनसे मठ के सदस्य बने इसी उलझन में है :(
ReplyDelete:):)...
ReplyDeleteदो साल से ज्यादा हो गया है ब्लौगिंग में ...इसलिए सब ब्लॉगर्स एक दूसरे के बारे में जानने लगे हैं ...हो सकता है आपका आकलन सही हो मगर मैं तो खुद को निष्पक्ष ही मानती हूँ !
Your imagination is par excellence:-)
ReplyDeleteकितने मासूम मासूम मठ है.तीसरे मठ के नाम कुछ याद दिलाते है.तेरहवें मठ को अपना भरपूर समर्थन समझा जाएँ वैसे रेखा जी की शैली आप तीनों से थोडी अलग तो है पर विचारों में साम्य है.दसवाँ मठ थोडा छोटा है मगर फिर भी खोटा है.
ReplyDeleteचैपियंस ऑफ चैंपियन...
ReplyDeleteमठाधीशों के महामठाधीश...
यहां तो टाई वाला मामला हो गया है...गुरुदेव समीर और अरविंद जी के नाम सर्वाधिक पांच-पांच मठों में दिखाई दे रहे हैं...इस फोटो-फिनीश का अंतिम परिणाम कैसे निकलेगा...
ज़रा सोचिए रचना जी...
जय हिंद...
धत्त!
ReplyDeleteइस मठ को तो आप भूल ही गए..
संजय(बैंगानी), सुरेश(चिपलूनकर), सागर नाहर
लगता है जड़ों मे मठा डालने का शुभ कार्य मुझे ही करना होगा।
ReplyDelete