आप ब्लोगिंग क्यूँ करते हैं ? कोई मकसद , कोई जरुरत या केवल और केवल शुद्ध टाइम पास ?
सच बोलना जितना मुश्किल है , सच को स्वीकारना उस से भी ज्यादा मुश्किल है . लेकिन सच ही शाश्वत है और रहेगा मुझे अपने सच पर उतना ही अभिमान है जितना किसी को अपने झूठ से होने वाले फायदे पर होता हैं
मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं
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केवल शुद्ध टाइम पास
ReplyDeleteअपने अनुभवों से लोगों को रूबरू कराने के लिए ।
ReplyDeleteशुरू किया था टाईम पास करने को, मगर कई बार इसने मेरे निजी जीवन में कई मदद भी की है.. जैसे मुझे कोई ऐसी बात किसी अपने तक पहूंचाना हो जिसे मैं मेल या फोन या कह कर नहीं बता सकता हूं.. वे मेरे पोस्ट से मेरे इशारों को समझ जाते हैं.. मैं ब्लौगिंग मित्रों कि बात नहीं कर रहा हूं, मैं उनकी बात कर रहा हूं जो मेरा ब्लौग तो पढ़ते हैं मगर कभी कमेंट नहीं करते हैं.. सो ब्लौग दुनिया के लोग उन्हें नहीं जान सकते हैं.. वे मेरे निजी जीवन के लोग हैं..
ReplyDeleteदेखिये ये किसी की ज़रुरत तो नही हो सकती क्योंकी मै समझता हू इससे हासिल कुछ भी नही होता हां टाईम पास की बात मानी जा सकती है लेकिन मेरे साथ ये बात भी नही है।मक़सद ज़रुर है मेरा इसके पीछे कि जो मेरे आस-पास घट रहा है उसे दुनिया भी जाने वो मै सब को बता सकूं।बस इसिलिये लिखता हूं यही एकमात्र कारण है।
ReplyDeleteअजी हम ठहरे खलीहर , कुछ तो ग़लत करने से अच्छा है कि ब्लोगिंग करें |
ReplyDeleteशायद जीवित हूँ, यह सुनिश्चित करने को ।
ReplyDeleteघुघूती बासूती
डायरी के पुराने पन्नों की क़ैद से कुछ रचनाएँ किसी पंक्षी की तरह मुक्त कर रहा हूँ...
ReplyDeleteकुछ कहने ..कुछ नया सुनने सुनाने के लिए ...एक सशक्त माध्यम अपनी बात कहने के लिए
ReplyDeleteहम तो ब्लागर नहीं है, ब्लागरी की जादूगरी का मज़ा लेते हैं।
ReplyDeleteदिल मे छुपे हुए दर्द को बाहर निकलने का प्यारा सा तरीका है ब्लोगिंग
ReplyDeleteअपने मन के सुख-शांति के लिए, शुभ विचारों के प्रसार के लिए, बस.
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