मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं

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August 17, 2009

किस को किस की कमी अखरती हैं पढे

किस को किस की कमी अखरती हैं पढे , आप के संपर्क मे जो हो उन तक संदेसा पहुचाए । मुझे उन्मुक्त , सागर । धुरविरोधी , गिरिराज जोशी , शिरीष , ममता , मीनक्षी , नीलिमा { २ } , सुजाता , अनुराधा की कमी बहुत अखरती हैं


10 comments:

M VERMA said...

बहुत अच्छा प्रयास है आपका. पर आपने तो उस ब्लोगर का नाम नही बताया जिसकी कमी आपको अखरती है.
मुझे एक ब्लोगर 'विनोद कुमार पारासर' की कमी खलती है. जिनका URL है
http://www.nayagharblogspotcom.blogspot.com/

yunus said...

सर्वज्ञ यानी शिरीष पंडिज्‍जी, उन्‍मुक्‍त, पंगेबाज़

Suresh Chiplunkar said...

यूनुस भाई से सहमत (तीनो नाम मेरे भी दिमाग में आये हैं), इसमें सागर नाहर का नाम भी जोड़ लें… ये भाई आते तो रहते हैं लेकिन बहुत-बहुत लम्बे अन्तराल के बाद्…

mehek said...

mamta tv wali mamta ji bahut dino se nahi dikhi,phir apni dubaiwali meenakshi ji bhi.

अविनाश वाचस्पति said...

पंगेबाज जी ने ब्‍लॉगिंग छोड़ दी है
चौखट वाले पवन चंदन
कम नजर आ रहे हैं।

Pt.डी.के.शर्मा"वत्स" said...

"एकोहम" ब्लाग वाले श्री विष्णु बैरागी जी!!
इनके ब्लाग के नियमित पाठक होने के नाते हमें तो इनकी कमी बहुत अखरती है।

विनीत कुमार said...

बेदखल की डायरीः मनीषा पांडे

डा. अमर कुमार said...


अभी तो अतुल अरोड़ा,मनीषा,पल्लवी,रख़्शँदा,सतीश सक्सेना,प्रज्ञा राठौड़ ही याद आ रहे हैं !
मीनाक्षी अपने बेटे के आपरेशन के बाद न जाने कहाँ व्यस्त हो गयीं ?
ममता नियमित लिखती थी, उसके पापा की बीमारी के बाद जाने क्या हुआ ?
जब भी दुकानों में सजी ज़लेबी दिखती है, ममता की पोस्ट ज़रूर याद आती है !

2 comments:

  1. Kaakesh kee katrane
    ek Hindustaanee kee daayaree
    bedakhal kee daayaree

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  2. मेरी कमी?
    अरे किसी और उन्मुक्त की बात होगी। मैंने तो कभी चिट्ठकारी छोड़ी नहीं।

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