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August 10, 2011

नेत्र ज्योति से सम्बंधित एक पोस्ट जानकारी बढ़ने के लिये

अगर आँखों से पास का कम दिखता हैं और दूर का सही दिखता है और आप डॉक्टर के पास जाते हैं तो आप को बताया जाता हैं इसका क़ोई इलाज नहीं हैं आप को चश्मा ही लगाना होगा ।

ज्यादा जानकारी लेने पर पता चलता हैं की वैसे इसका इलाज भी संभव हैं और ये १५ मीनट में आँख में लेंस डाल कर कर दिया जाता हैं और ३ हफ्ते बाद दूसरी आँख का भी

आँख में प्रोग्रेसिव लेंस डाला जाता हैं

इस का फायदा , आँख की रौशनी स्थाई हो जायेगी यानी घटेगी नहीं और आप को चश्मा नहीं पहनना होगा ।
इस ओपरेशन में आँखों का नेचुरल लेंस निकल कर कृत्रिम लेंस लगाया जाता हैं

इस ओप्रेशन के बाद cataract भी नहीं होगा

दोनों आँखों का ओपरेशन का खर्चा तक़रीबन १ लाख ४० हज़ार ।

अगर किसी को ४५ साल में ये परेशानी हो यानी पास से कम दिखता हो और अगर उसके पास पैसा हो तो क्या उसको ये ओपरेशन करवा लेना चाहिये या ५५ साल तक इंतज़ार करके करवाना चाहिये ।

मुझे लगता हैं जल्दी करवाना सही हैं अगर निदान चाहिये ही तो देर क्यूँ करनी , इतनी परेशानी क्यूँ उठानी

और क्या क़ोई बता सकता हैं की इस तरह के ओपरेशन में आँखों की पूरी ज्योति भी ख़तम हो सकती हैं या ये एक साधारण ओपरेशन ही होता हैं




3 comments:

  1. रचना जी , आयु बढ़ने पर आँखों में प्रेस्बयोपिया हो जाता है जिसे पास की वस्तुएं या अक्षर साफ नज़र नहीं आते । इसीलिए पढने के लिए ४५ साल की आयु के बाद चश्मा लगाना पड़ता है ।
    लेकिन लेंस जिस अवस्था में डाला जाता है वह है --cataract यानि मोतिया बिन्द । इसमें एक एक करके दोनों आँखों का ओपरेशन करने से नज़र बिल्कुल साफ हो जाती है और चश्मा नहीं लगाना पड़ता । आजकल यह बिना टांकों के एक छोटे से इन्सिजन से कर दिया जाता है । इसे फैको इमल्सिफिकेशन कहते हैं ।
    लेकिन खर्चा इतना तो नहीं आता ।

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  2. dr daral
    with due reaqrds as u r from medical feternity


    please re read the post
    its not about catract
    its about progressive lens implant in the eye

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  3. खर्च कुछ ज्यादा लग रहा है |

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