अगर आँखों से पास का कम दिखता हैं और दूर का सही दिखता है और आप डॉक्टर के पास जाते हैं तो आप को बताया जाता हैं इसका क़ोई इलाज नहीं हैं आप को चश्मा ही लगाना होगा ।
ज्यादा जानकारी लेने पर पता चलता हैं की वैसे इसका इलाज भी संभव हैं और ये १५ मीनट में आँख में लेंस डाल कर कर दिया जाता हैं और ३ हफ्ते बाद दूसरी आँख का भी
आँख में प्रोग्रेसिव लेंस डाला जाता हैं
इस का फायदा , आँख की रौशनी स्थाई हो जायेगी यानी घटेगी नहीं और आप को चश्मा नहीं पहनना होगा ।
इस ओपरेशन में आँखों का नेचुरल लेंस निकल कर कृत्रिम लेंस लगाया जाता हैं
इस ओप्रेशन के बाद cataract भी नहीं होगा
दोनों आँखों का ओपरेशन का खर्चा तक़रीबन १ लाख ४० हज़ार ।
अगर किसी को ४५ साल में ये परेशानी हो यानी पास से कम दिखता हो और अगर उसके पास पैसा हो तो क्या उसको ये ओपरेशन करवा लेना चाहिये या ५५ साल तक इंतज़ार करके करवाना चाहिये ।
मुझे लगता हैं जल्दी करवाना सही हैं अगर निदान चाहिये ही तो देर क्यूँ करनी , इतनी परेशानी क्यूँ उठानी
और क्या क़ोई बता सकता हैं की इस तरह के ओपरेशन में आँखों की पूरी ज्योति भी ख़तम हो सकती हैं या ये एक साधारण ओपरेशन ही होता हैं
सच बोलना जितना मुश्किल है , सच को स्वीकारना उस से भी ज्यादा मुश्किल है . लेकिन सच ही शाश्वत है और रहेगा मुझे अपने सच पर उतना ही अभिमान है जितना किसी को अपने झूठ से होने वाले फायदे पर होता हैं
मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं
मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Blog Archive
-
▼
2011
(126)
-
▼
August
(24)
- बधाई
- भाषण
- एक बार फिर
- बहुत से लोग आत्मा को नहीं मानते , ये पोस्ट उनके लि...
- जाईये निर्मोही डॉ अमर आज से आप से अपने मोह को खत्म...
- अन्ना का अनशन ना तोडने का फैसला गलत हैं क्युकी हमे...
- बस यूँही
- भ्रष्टाचार मुक्त भारत का निर्माण एक html कोड
- स्वीकरोक्ति
- कभी कभी बहुत सी बाते बेकार ही दिमाग में कुलबुलाने ...
- मेरा कमेन्ट
- क्या ब्लॉग इंश्योरेंस होनी चाहिये ??
- क्या ब्लॉग इंश्योरेंस होनी चाहिये ??
- दो चित्र
- ईश्वर मृतक की आत्मा को शांति दे
- नेत्र ज्योति से सम्बंधित एक पोस्ट जानकारी बढ़ने क...
- देखिये जाकिर कहां से पहुचे हैं और कुश कहां से आ र...
- काश
- अच्छे लोगो / ब्लोगर गुट में शामिल हो
- वाणी जी को दे बधाई , २ साल वो यहाँ पूरे कर आई
- मेरा कमेन्ट
- मेरा कमेन्ट
- Wrist Watch
- मेरा कमेन्ट
-
▼
August
(24)
रचना जी , आयु बढ़ने पर आँखों में प्रेस्बयोपिया हो जाता है जिसे पास की वस्तुएं या अक्षर साफ नज़र नहीं आते । इसीलिए पढने के लिए ४५ साल की आयु के बाद चश्मा लगाना पड़ता है ।
ReplyDeleteलेकिन लेंस जिस अवस्था में डाला जाता है वह है --cataract यानि मोतिया बिन्द । इसमें एक एक करके दोनों आँखों का ओपरेशन करने से नज़र बिल्कुल साफ हो जाती है और चश्मा नहीं लगाना पड़ता । आजकल यह बिना टांकों के एक छोटे से इन्सिजन से कर दिया जाता है । इसे फैको इमल्सिफिकेशन कहते हैं ।
लेकिन खर्चा इतना तो नहीं आता ।
dr daral
ReplyDeletewith due reaqrds as u r from medical feternity
please re read the post
its not about catract
its about progressive lens implant in the eye
खर्च कुछ ज्यादा लग रहा है |
ReplyDelete