एक अकेला चना
भाड़ नहीं फोड़ सकता
पर कर सकती हैं
एक ही मछली
पूरे तालाब को गन्दा
और
वन ओटन रोटन एप्पल
स्पोइल्स द व्होल बैरल
सच बोलना जितना मुश्किल है , सच को स्वीकारना उस से भी ज्यादा मुश्किल है . लेकिन सच ही शाश्वत है और रहेगा मुझे अपने सच पर उतना ही अभिमान है जितना किसी को अपने झूठ से होने वाले फायदे पर होता हैं
मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं
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पूरे तालाब को गन्दा
ReplyDeleteऔर
वन ओटन रोटन एप्पल
स्पोइल्स द व्होल बैरल waah kya baat kahu bahut khub par sahi.
सेब वाला जबरदस्त लिखा ।
ReplyDeletebahut zabarzast
ReplyDeletebahut zabarzast
ReplyDeleteइसे कहतें हैं बुराई के आगे घुटने टेकना और विकृत मानसिकता का तुष्टिकरण.
ReplyDelete... सचमुच ताड़ने वाले कमाल की नजरें रखतें हैं :-)
कहावतें गलत नहीं है ... सचमुच ऐसा होता है ... और लवलीजी की बात कि ये कहावतें हैं ... बुराई के आगे घुटने टेकना और विकृत मानसिकता का तुष्टिकरण ... से मैं सहमत नहीं ... बनाने मे मेहनत लगती है ... बिगाडने में कुछ नहीं ... किसी को जन्म देने और तैयार करने में वर्षों का संघर्ष होता है ... मारने में एक मिनट नहीं लगती ।
ReplyDeleteशीर्षक पढ कर एक और लाईन याद आ गई---
ReplyDeleteचना,मछली और सेब जैसे--दंगा ,फ़साद और फ़रेब।