मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं

मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं

March 24, 2009

आप ना जाने कितने ब्लॉग पढ़ते हैं पर आप कितने प्रोफाइल पढ़ते हैं ?

जब आप किसी ब्लॉगर को दीदी , आंटी , माँ , अंकल इत्यादि नामो से संबोधित करते हैं तो क्या आप पहले ये पता कर करलेते हैं कि उस ब्लॉगर कि उम्र और आप कि उम्र मे जो अन्तर हैं वो इस संबोधन कि गरिमा को मान्य हैं । हर संबोधन कि एक गरिमा होती हैं और वो संबोधन आप को और जिसे आप संबोधित कर रहे हैं एक रिश्ते मे बांधता हैं । क्या आप का दिया हुआ संबोधन इस रिश्ते को स्वीकार्य हैं ?
ब्लॉगर कि उम्र पता करना बहुत आसन हैं बस प्रोफाइल पर सब दिया होता हैं आप को प्रोफाइल क्लिक करके देखना होगा । आप ना जाने कितने ब्लॉग पढ़ते हैं पर आप कितने प्रोफाइल पढ़ते हैं ?

14 comments:

  1. बिलकुल सही कहा आपने ...पर आपके ब्लॉग पर आपका प्रोफाइल कहाँ है

    ReplyDelete
  2. सुझाव तो अच्छा दिया है आपने पर बहुत से लोग अपनी प्रोफाइल साझा नहीं करते (जैसे आपने नहीं की हुई है ) तथा बहुत से लोगों ने अपनी उम्र अपने प्रोफाइल पर नहीं लिखी होती (कारण ये है की आप अपने प्रोफाइल में वर्ष को रिक्त रख सकते है ).
    अब ऐसी दशा में उम्र का पता करना मुश्किल हो जाता है , अतः लोगो को लेख पढ़ कर जैसे उम्र का अंदाजा होता है , वो उसी तरह का सम्बोधन प्रयोग करता है .

    ReplyDelete
  3. umra na likhi ho ya aatmiyataa na ho to sambodhano se bachana chahiye, ye to hai...magar mai aap ko ashwat karna chahati hu.n ki mai adhiktar vyakti ki proffile dekh hi leti hu.n

    ReplyDelete
  4. सही बात है. सार्वजनिक रूप से ऐसे संबोधन तभी करने चाहिए, जब आत्मीयता रहे. प्रोफाइल तो मैं देखता हूँ. कई बार व्यक्ति की उम्र का अंदाजा फोटो देखकर लग जाता है. वैसे आपकी बातों से सहमत हूँ.

    ReplyDelete
  5. प्रोफ़ाइल पढने के बाद यदी कोइ कोमेन्ट करता है तो ये माना जाये के वो व्यक्ति विचारों से नहिं बल्कि उम्र देख़कर कोमेन्ट देता है।

    ReplyDelete
  6. बिल्‍कुल सही कहा

    अपन ने तो लिख रखी है

    ReplyDelete
  7. पर जिसने मेरी तरह गलत उम्र भर दी होगी

    उसे तो सब अंकल जी, चाचा जी ही कहते रहेंगे
    पर यह भी अच्‍छा लगता है

    ReplyDelete
  8. प्रोफाइल पढ़ता हूं जरूर, जिस भी ब्लोग पर जाता हूं । हां, सम्बोधन के लिये सतर्क रहना चाहिये । धन्यवाद ।

    ReplyDelete
  9. लीजिए हमने आपका भी प्रोफाइल पढ़ लिया

    ReplyDelete
  10. dusaron ka to nahi pata magar main bas unhe hi aise bulata hun jinse meri ghanishthata aur atmiyata hai.. :)

    Profile padhne par nahi jata hun.. wo sprite ka add yad hoga hi.. dikhave pe na jao, apni akal lagao.. :)

    ReplyDelete
  11. मै तो दूसरी सोच का आदमी हू । क्या अत्मियता के लिये रिश्ता जरूरी है । एक हिन्दी ब्लोगर होना अपने आप मे रिश्तेदारी से कम नही है । केवल सतही सम्बोधन से कुछ नही होता है । बहुत जरूरी है समय पर एक दूसरे कि मदद करना । भाषा का विकास करना । आपने एक अच्छे मुद्दे कि तरफ़ ध्यान दिलाया इसके लिये धन्यवाद ।

    ReplyDelete
  12. कभी-कभी पढ़ते है । हमेशा नही । :)

    और वैसे हमने भी age अपने ब्लॉग प्रोफाइल पर नही लिखी है । :)

    ReplyDelete
  13. ham profile kam hi padhte hain par ye koshish jaroor karte hain ki sambodhan umra nirpeksh rahe

    ReplyDelete

Blog Archive