ये कनिष्ठ ब्लॉगर कौन से होते हैं , ज़रा उदाहरण देकर ठीक से समझाईये । कल एक पोस्ट पढ़ी थी उस पर लिखा था वरिष्ठ ब्लॉगर समझते हैं कनिष्ठ ब्लॉगर नहीं समझते । ब्लॉगर का ये वर्गीकरण किसने और कब किया ?? और कौन से वर्गीकरण हैं ब्लॉगर के ज़रा वो भी बताये ?
आभार होगा और हो सके तो ब्लोगिंग के ग्रुप पर भी चर्चा हो जाए ।
आज मोदेरेशन सक्षम हैं । क्युकी अनाम होकर आप राय बहुत आसानी से दे सकते हैं सो आज दे दे । कमेन्ट कल पब्लिश होगी । सभी अनाम टिप्पणीकारो को सादर नेह निमंत्रण हैं इस पोस्ट पर कमेन्ट करने का ।
सच बोलना जितना मुश्किल है , सच को स्वीकारना उस से भी ज्यादा मुश्किल है . लेकिन सच ही शाश्वत है और रहेगा मुझे अपने सच पर उतना ही अभिमान है जितना किसी को अपने झूठ से होने वाले फायदे पर होता हैं
मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं
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बरिष्ठ ब्लॉगर से शायद लोगों का अभिप्राय उनलोगों से है जो काफी समय से ब्लागिंग में हैं. उसी तरह से कनिष्ठ ब्लॉगर से उनलोगों से अभिप्राय है जो नए हैं. हमारी तरह. लेकिन मैं इस बात से सहमत नहीं हूँ. ब्लॉगर तो ब्लॉगर होता है. क्या बरिष्ठ और क्या कनिष्ठ? ब्लागिंग हमारी अपनी बातों को लिखने का एक माध्यम है. हम लिखते हैं. यहाँ तो सब एक सामान हैं.
ReplyDeleteरही बात ग्रुप की तो मुझे समझ में नहीं आता कि ग्रुप को लेकर इतनी मारामारी क्यों है? जो लोग काफी समय से लिख रहे हैं, जाहिर है कि उनके बीच एक सम्बन्ध बन गया है. ब्लॉगर होने से पहले हमसब इंसान हैं. किसी से जुड जाना एक स्वाभाविक बात है. जिन्हें इतने दिनों से जानते हैं, उनके साथ ब्लागिंग के अलावा भी तो सम्बन्ध हो ही सकते हैं. और होते भी हैं. मुझे नहीं लगता कि इस बात को लेकर बहुत हाय-तौबा मचने की ज़रुरत है. लेकिन अगर कोई इस बात को उठता है तो उसकी खिलाफत की भी क्या ज़रुरत? आखिर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सबकी है. कोई भी किसी भी बात को उठा सकता है.
अनामी
देता हूँ टिप्पणी यहाँ लेकिन नहीं अनाम।
ReplyDeleteलिखने में छोटे बड़े खड़ा प्रश्न बेदाम।।
लिखते यहाँ नवीन जो हो उसकी पहचान।
टिप्पणी आये ब्लाग पर हो रचना में जान।।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com
ब्लॉगिंग के ग्रुप: ये क्या होता है?? अच्छी जानकारी मिलने की उम्मीद है इसके जबाब में.
ReplyDeleteमैं तो सनाम हूं .. सो मुझे टिप्पणी नहीं करनी चाहिए .. पर मैं मानती हूं कि कोई वरिष्ठ या कनिष्ठ नहीं है यहां पर।
ReplyDeleteयह क्या शग़ूफ़ा है ? कनिष्ठ और वरिष्ठ के बीच का मुझ जैसा त्रिशँकु ब्लागर कहाँ जाये ?
ReplyDeleteअपनी ही पीठ घायल है, तो किसके पीठ पर वार करूँ ?
आपके ? एक नारी के ? महान भारत की महान संस्कृति के वाहक इसकी इज़ाज़त नहीं देते, इज़्ज़त न करें वह अलग की बात है !
दूसरी बात यह कि.. चलिये " तख़ल्लुस " अपने पास रख लेता हूँ, पर माँ-बाप का दिया हुआ यह नाम किस क्लाक रूम में रखने जाऊँ ?
अम्मा तो वापस लेने से रहीं, और पिता जी बेचारे स्वयं ही वापस हो चुके हैं !
क्षमा करें, रचना जी ! मुझे अनाम बनने में कोई दिलचस्पी नहीं है !
वैसे आपने "अनाम" टि्प्पणीकारों को नेह निमन्त्रण भेजा है लेकिन हम मान लेते हैं हम जैसे "सनाम" को भी बाय डिफ़ॉल्ट नेह निमन्त्रण होगा ही… :) :) अब आते हैं मूल बात पर - वरिष्ठ याने ऐसा ब्लॉगर जिसके कंधे पर सुर्खाब के दो पंख लगे होते हैं (ऐसा वह समझता है), यानी कि ऐसा ब्लॉगर जो यदि कहीं टिप्पणी करे तो उसे एक ऐतिहासिक घटना के रूप में दर्ज किया जाये यह मानता हो…। बाकी की परिभाषायें समय-समय पर दी जायेंगी… :)
ReplyDeleteintjar me ham bhi hain javab ke.. :)
ReplyDeleteवरिष्ठ ही कह रहे हैं न आप
ReplyDeleteकहीं भ्रष्ट तो नहीं कह रहे
और कनिष्ठ तो कनिष्ठ हैं इतने
पर उनके कान खींचने की
नहीं होती है इच्छा।
अनाम को न्योता ना दिया होता तो इस पोस्ट पर सब अनाम ही लिखते
ReplyDeleteआप सब का धन्यवाद की आप ने यहाँ कमेन्ट दिया
ye sarasar iljam laga rahi hain aap mujh par.. aap kaise bol sakti hain ki oopar vale anam bhai ham nahi hain? :)
ReplyDeleteare vo to bhram me rakhne ke liye aapko maine apne ID se bhi comment kar diya tha.. :D
pd
ReplyDeleteaap kae liyae
kshama baden ko chahiyae chhotan ko utpaat
dear hum hindi me likhna chaqhta hu lekin mujhe na to software hai aur na hi pata hai hindi me kaise likha jay.
ReplyDeleteplz mujhe batae
my id is er.abhilahthakur@gmail.com