मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं

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July 08, 2011

देह दान को लेकर कोई भ्रान्ति मन में ना लाये . खुद भी जागरूक हो दूसरो को भी करे

देह दान को लेकर कुछ भ्रान्ति
यहाँ गयी तो यहाँ भेजा गया दोनो जगह कमेन्ट भी दे दिया
देह दान करने से बहुत से मेडिकल की पढाई करने वाले छात्र छात्रा को स्किन को समझने के लिये ह्युमन बॉडी की आवश्यकता होती हैं . dermatology को पढने के लिये मानव चमड़ी का अध्यन भी जरुरी हैं .
मृत्यु के बाद इस शरीर के हर हिस्से का कोई ना कोई उपयोग हो ही सकता हैं . नेत्र , दिल और शायद किडनी भी मृत्यु के बाद किसी और के काम आ सकती हैं बाकी हिस्से किसी मेडिकल कॉलेज को भेज दिये जाते हैं , जहां हड्डी इत्यादि पर शोध होती हैं .
बहुत से लोग कुछ ही हिस्से दान करते हैं जैसे नेत्र बाकी उनके परिवार जन उनका संस्कार कर देते हैं लेकिन जो पूरा शरीर दान कर देते हैं वो सहज ही दूसरो से अलग हो जाते हैं

देह दान को लेकर कोई भ्रान्ति मन में ना लाये . खुद भी जागरूक हो दूसरो को भी करे

किसी भी चीज़ को लेकर अगर कहीं प्रशासन से कोई गलती हुई हैं तो उस के लिये देहदान की जरुरत को ही कटघरे में नहीं खडा करना चाहिये
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4 comments:

  1. आजकल इस मामले पर बहुत हल्ला मचा हुआ है.मेडिकल छात्रों को पहले ही प्रशिक्षण के लिये मानव देह की कमी रहती है और उन्हे कंकालों पर प्रयोग करने पडते है.उस पर अस्पताल प्रशासन की ऐसी लापरवाही पहले से ही भ्रमित लोगों को और निरुत्साहित करती है.जरुरत है लोगों को जागरुक करने की.मैं देहदान करना चाहूँगा.

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  2. सोचने वाली बात है...

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  3. अच्छी जानकारी।

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