नारी ब्लॉग पर लिखना बंद कर दिया हैं और आज कल उसको रीवैम्प कर रही हूँ
revamp का अर्थ होता हैं किसी भी चीज़ को नया करना और वही vamp का अर्थ होता हैं कुटिल महिला पात्र । यानी जो भी महिला पुराने को नया स्वरुप दे वो कुटिल हुई !!!! ये इंग्लिश हिंदी का अर्थ अनर्थ हैं ।
नारी ब्लॉग जब शुरू किया था तब की परिस्थिति और
आज की परिस्थिति में अंतर हैं । बहुत से ब्लॉग दोस्तों के साथ ये शुरू हुआ था जिसमे मीनाक्षी , रेवा स्मृति और ममता का सहयोग सब से ज्यादा था । फिर धीरे धीरे और महिला ब्लोगर को न्योता दे दे कर जोड़ा । समय का साथ नये लोग आये और उन्होने खुद जुडने की इच्छा रखी । फिर कुछ ऐसे भी मिले जिन्होने अपने को यहाँ केवल इस लिये जोड़ा ताकि लोग उनको जान सके और उसके बाद उन्होने ना केवल नारी ब्लॉग के ऊपर अपितु मेरे ऊपर भी जगह लांछन लगाये की यहाँ ये होना चाहिये , ये नहीं लेकिन उनमे से किसी को भी सूत्रधार बन कर इसको चलाने के लिये कहा तो सबके पास समय का नितान्त अभाव था ।
जो सदस्य हैं उनमे से बहुत से लोगो ने २ साल से क़ोई पोस्ट नहीं दिया हैं उनकी और जो लोग अन्य जगहों पर नारी ब्लॉग या मेरी व्यक्तिगत बुराई करते हैं उनकी सदस्यता समाप्त कर रही हूँ ।
हर ब्लॉग का एक मकसद होता हैं और सदस्यों का योगदान अगर उस मकसद से विपरीत हो तो एक साथ खड़े नहीं हुआ जा सकता ।
आज से दो साल पहले उम्र में मुझ से बहुत कम ब्लोगर मित्र ने कहा था की रचना जी लोग इस मंच का इस्तमाल कर रहे हैं वो आप को सीढ़ी बनाकर ब्लॉग जगत में अपने को स्थापित कर रहे हैं । मैने तब उसको कह था "बेटा जी { ये मै उसी के लिये इस्तमाल करती हूँ और वो समझ भी जाएगा } तुम गलत हो ये सब नहीं सोचो। नारी मंच सबका हैं मेरा नहीं और उस पर सबका अधिकार हैं । लेकिन आज वो कहता तो मै कहती "बेटा जी " तुम सही हो ।
नारी ब्लॉग पर रीवैम्प जारी हैं ।
रचना ये हैं वो हैं ।
कहने वाली बहुत सी सदस्या आज जब मुझे कहती हैं की वो नया नारी मंच बनाएगी तो मुझे बड़ी ख़ुशी होती हैं पहली इस लिये की एक और जगह बात होगी नारी पर , दूसरी इस लिये की वो कहीं ना कहीं वही करना चाहती हैं जो मैने किया और तीसरी इस लिये क्युकी ये सुगम रास्ता बनाने में मेरा भी योगदान रहा हैं ।
दुनिया बदल रहे हैं ब्लॉग पर भी बदलाव है सो नारी ब्लॉग पर बदलाव होना निश्चित हैं
नारी ब्लॉग पर क़ोई ऐसी पोस्ट दिखा दे जहां मैने महिला हो कर महिला पर टंच कसा हो और नाम लेकर उसको लांछित किया हो । वो महिला जो मेरे ऊपर नाम लेकर पोस्ट बना रही हैं जब कभी बैठ कर सोचेगी उनको खुद अपनी गलती दिखेगी और समझ आयेगा वो कितना सही और कितना गलत हैं ।
बस मुझे एक बात नहीं समझ आती जो लोग नारी ब्लॉग को "बेकार " और मुझे तानाशाह कहते हैं वो "absolutist " का मतलब जान ले तो कितना अच्छा होता !! वो सदस्यता समाप्त होते ही क्यूँ इतना बिलबिलाते हैं की तुरंत फुरंत पोस्ट लिख कर और उसकी सूचना मुझे ईमेल से प्रेषित करते हैं ।
कभी कभी लगता हैं शायद वो इंतज़ार कर रही थी की कब सदस्यता समाप्त हो और वो एक पोस्ट बनाए
जब आप को उस ब्लॉग में कुछ लगता ही नहीं , जब आप को मुझ में कुछ दिखता ही नहीं तो आप को तो ख़ुशी होनी चाहिये की पीछा छूटा ।
सच बोलना जितना मुश्किल है , सच को स्वीकारना उस से भी ज्यादा मुश्किल है . लेकिन सच ही शाश्वत है और रहेगा मुझे अपने सच पर उतना ही अभिमान है जितना किसी को अपने झूठ से होने वाले फायदे पर होता हैं
मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं
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विचार आपके उचित हैं। उस ब्लॉग और इस विषय के प्रति आपका समर्पण और योगदान अनूठा और अनुकरणीय है।
ReplyDeleteविचार आपके उचित हैं। उस ब्लॉग और इस विषय के प्रति आपका समर्पण और योगदान अनूठा और अनुकरणीय है।
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