मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं

मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं

July 23, 2011

मेरा कमेन्ट

what ever purva has written has been written by me on naari blog and i have been thrashed for the same

this is the indian society that a girls view are appreciated only when she writes under the banner of her father

when you had published her first post three years back i had written the same comment that

would these views be appreciated if purva has her own blog

क्या हम ऐसा समाज नहीं बना सकते? जहाँ सब बराबर हों, लड़के और लड़की में कोई फर्क ना हो। माता-पिता जो एक बेटे के लिए करे, वही बेटी के लिए भी करे। जहाँ बेटी को अधिकार हो की शादी के बाद भी वो अपने माता पिता की सहायता कर सके।

this is the truth that i have been advocating and why me anshumala , ghughuti basuti and many more


as long as purva's post come here on your blog its only a appreciation for your daughters view

let her face the world in open that is if she wants to { if she is not interested in blogging then please close comments on all such posts on your blog } because no one can criticize her views as she is

being protected by a lawyer father one can write all such things and be appreciated

this is the indian society where if the woman wants to be protected she should be under some one

किस बात का डर हैं आप को पूर्वा का अलग ब्लॉग बनाने मे आप उसको खुद चला सकते हैं अगर आप को अपनी बेटी की पोस्ट प्रकाशित ही करनी हैं तोक्या आप को लगता हैं इस ब्लॉग समाज में पूर्वा सुरक्षित नहीं हैंआप की बेटी की उपलब्धि जब तक आप के सुरक्षा कवच में हैं तब तक वो हर उस बात के खिलाफ जाती हैं जिस पर आप की बेटी लिख रही हैं यानी चुनने का अधिकारअगर उसका चुनाव ब्लॉग लिखना नहीं हैं तो ये सब आलेख यहाँ क्यूँ हैं और अगर ये सब आप के सुरक्षा के दायरे में ही ठीक हैं तो आप की बेटी को चुनाव का अधिकार अभी भी नहीं हैं
मेरा कमेन्ट

1 comment:

  1. email exchange with the blog author with respect to this post



    आप की टिप्पणियाँ मैं ने फिलहाल स्पेम कर दी हैं।
    as a blog owner its your right sir , you need not inform me on the same
    पूर्वा सामाजिक क्षेत्र में ठोस काम करती है। परदे के पीछे बैठ कर नहीं। उस का स्वतंत्र व्यक्तित्व है। उसे किसी तरह के संरक्षण की दरकार नहीं है। उसे किसी तरह का कोई भय नहीं। वह ऐसे काम कर चुकी है। जिसे करने की आप सपने में भी नहीं सोच सकतीं। उस के पास ब्लागरी के लिए समय नहीं है। उस के पास ब्लागरी करने से अधिक महत्वपूर्ण सामाजिक काम हैं। आप ने तो ब्लाग भी ठीक से नहीं पढ़ा। यह आलेख समाचार पत्र में प्रकाशित आलेख का ब्लाग पर पुनर्प्रकाशन मात्र है।
    i have read the same on your blog that its an article that has been republished from a news paper
    my comments are not for purva but for you and for the bloging community
    i am so happy that my views are same as the views of new generation like purva
    and i am far more happier that i have created a space in this blog world where daughters like purva can write their views independently and still not be trashed

    be honest to your self sir and retrospect and think who will give comments on this blog and be critique

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