मेरे ब्लॉग के किसी भी लेख को कहीं भी इस्तमाल करने से पहले मुझ से पूछना जरुरी हैं

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July 02, 2011

हिंदी ब्लोगिंग के काल

हिंदी ब्लोगिंग के काल

नारद काल
ब्लॉगवाणी काल
चिट्ठाजगत काल

नारद काल की पहचान
ब्लॉग की हेअडिंग में किसी ना किसी ब्लोग्गर का नाम होता था
अपनी असहमति दिखाने के लिये पोस्ट लिखी और जिस से असहमति थी उसका नाम पोस्ट की हेअडिंग में इसके बाद दूसरो का उस पोस्ट पर आना लाजमी था

ब्लॉगवाणी काल की पहचान
ब्लॉगवाणी संकलक पर आप को कितनो ने पसंद किया उसका एच टी ऍम एल कोड ब्लॉग पर लगाना जरुरी था और उससे ही पता चलता था ब्लोगर का सोशल नेट वर्क कितना तगड़ा हैं

चिट्ठाजगत काल की पहचान
आप का सक्रियता क्रम क्या हैं चिट्ठाजगत पर इस का एच टी ऍम एल कोड लगाना जरुरी था ब्लॉग पर ताकि पता चल सके आप कितना लिखते हैं और कितने ब्लोग्गर ने आप को लिंक किया हैं यानी आप कितना पोपुलर हैं


अभी एक पोस्ट आनी हैं हिंदी ब्लोगिंग के "काल " पर भी इंतज़ार करे फिर आते हैं

8 comments:

  1. अभी कौनसा काल रहा है थोडा सा प्रकाश वर्तमान काल पर भी |

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  2. छोटा लिखा पर मोटा लिखा।
    धन्यवाद !
    http://hbfint.blogspot.com/2011/07/blog-post_01.html

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  3. थोडा सा प्रकाश वर्तमान काल पर भी

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  4. aaj kal ka daur hindi blogging ke aakal ka yug chal raha hai.....

    jai baba banaras....

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  5. यह क्या.. आप आयीं और चल दीं !
    यह तो वैसे ही हुआ जैसे कोई अपने घर बुला कर दरवाज़े से टरका दे ।
    आपने न भी बुलाया हो, फिर भी आगत से दो बातें भी न कीं ।

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  6. उसका एच टी ऍम एल कोड ब्लॉग पर लगाना जरुरी था..

    कहीं ये ऐसा ही तो नहीं होता था जैसा अभी हमारीवाणी का लगा हुआ है इस पोस्ट पर :)

    वैसे मट्ठे वाली सीरीज़ इस गरमी में भारी ठंडक दे गई कईयों को सुना है ..और हम तो हमेशा की तरह भईया जी इश्माईल ही कर रहे हैं .।.शुभकामनाएं

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  7. बाक़ी के दो कालों के हम भी साक्षी रहे हैं।

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